गाजियाबाद। नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी और मोहननगर के बीच बन रहे मेट्रो कॉरिडोर का काम फंड की वजह से लटक गया है। इस बाबात जीडीए वीसी कंचन वर्मा ने शासन को पत्र लिखकर इस प्रॉजेक्ट के लिए पूरा फंड देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त प्रॉजेक्ट में 80 फीसदी फंडिंग जहां राज्य सरकार की और से की गयी है वहीं केंद्र सरकार का भी इसमें 20 प्रतिशत का योगदान है। प्रॉजेक्ट की डीपीआर अभी तक डीएमआरसी ने जीडीए को नहीं सौंपी है।
दरअसल मामला यह था कि NCRTC के साहिबाबाद स्टेशन और DMRC के साहिबाबाद स्टेशन के बीच दूरी अधिक है। इसलिए दोनों स्टेशनों को पास लाने का फैसला हुआ था। खबर है कि एनसीआरटीसी ने अभी अपने स्टेशन के लिए नई लोकेशन की जानकारी डीएमआरसी को नहीं दी है। जिससे वह अभी तक जीडीए को डीपीआर नहीं दे सका है।
बताते चलें कि अभी तक दूसरे मेट्रो प्रॉजेक्ट में राज्य सरकार की हिस्सेदारी में अलग-अलग विभागों का अंशदान तय किया जाता था। जिसे वसूलने में काफी दिक्कत होती है। इसलिए मेट्रो एक्सटेंशन में आने वाली लागत को राज्य सरकार से मांगा गया है। फंडिंग होने के बाद ही इस प्रॉजेक्ट को तत्काल शुरू करवाया जाएगा।