नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी नॉर्थ ब्लॉक स्थित शाह के कार्यालय में उनसे मिलने पहुंचीं। ममता ने कल प्रधानमंत्री से बुधवार को मुलाकात की थी और राज्य का नाम बदलने को लेकर चर्चा की। इससे पहले खबरें थी कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृहमंत्री अमित शाह से मिलने की इच्छा जताई है। मालूम हो कि ममता ने गृहमंत्री से मिलने की इच्छा ऐसे वक्त जताई थी जब सीबीआई कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के खिलाफ हथौड़ा चला रही थी।
अमित शाह से मुलाकात के दौरान ममता ने एनआरसी को लेकर चिंता जताई। राष्ट्रीय राजधानी के तीन दिवसीय दौरे पर आईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने इसे दो सरकारों के बीच हुई बैठक बताया और कहा कि ज्यादा चर्चा राज्य के विकास मुद्दों पर हुई। इस दौरान ममता ने पीएम मोदी को बंगाल आने का न्योता भी दिया था। ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने उन्हें एक पत्र सौंपा है और कहा कि एनआरसी से 19 लाख लोग बाहर हैं, जिनमें हिंदी, असमिया और बंगाली बोलने वालों की संख्या काफी हैं।
ममता ने आगे बताया कि गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल में एनआरसी के मामले में कुछ नहीं कहा है। गृह मंत्री ने हमारी सारी बातों को ध्यान से सुना, मुझे लगता है कि वह पॉजिटिव रोल प्ले करेंगे। उन्होंने (शाह) ने भरोसा दिलाया है कि इस मसले पर वह गौर करेंगे। हालांकि राज्य के विरोधी दल सुश्री बनर्जी के प्रधानमंत्री और अमित शाह के मुलाकात को सीबीआइ द्वारा कोलकाता के पूर्व आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ करने के मामले को जोड़ कर देख रहे हैं। दरअसल, शारदा चिटफंड मामले में कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार का पता लगाने के लिए सीबीआई ने एक विशेष टीम का गठन किया है। साथ ही उनका पता लगाने के लिए सीबीआई कई जगहों पर छापेमारी भी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, राजीव कुमार को तीन बार समन भेजा गया है। वो अब तक हाजिर नहीं हुए हैं।