पंजाब के धर्मकोट में नगर परिषद के आठ वार्डों से संबंधित विवाद पर माननीय उच्च न्यायालय ने महत्वपूर्ण निर्णय सुनाया है। अदालत ने इन वार्डों पर लगी रोक को हटा दिया है, जिससे अब पार्षदों के चुनावों में प्रगति की राह प्रशस्त हुई है। यह मामला पिछले वर्ष 13 दिसंबर को आयोजित पार्षद चुनावों से जुड़ा हुआ था, जिसमें विपक्षी दलों ने क्षेत्र के विधायक पर मतदान में धांधली के गंभीर आरोप लगाए थे। इस संदर्भ में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुरमीत मखीजा द्वारा दायर की गई रिट याचिका पर सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय ने यह फैसला सुनाया।
उच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद, धर्मकोट के विधायक दविंदरजीत सिंह लाडी ढोंस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। उन्होंने अदालत के इस फैसले के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसे आम जनता की महत्वपूर्ण जीत बताया। विधायक ने कहा कि अब आम आदमी पार्टी के पार्षद धर्मकोट के सभी 13 वार्डों में विकास कार्य कर सकेंगे और लोगों की सेवा में जुटेंगे। यह निर्णय न केवल क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे स्थानीय प्रशासन में भी स्थिरता आएगी।
इसके अलावा, विधायक लाडी ने यह स्पष्ट किया कि नगर परिषद के अध्यक्ष पद की अधिसूचना जारी होते ही चुनाव प्रक्रिया का संचालन किया जाएगा। इससे यह स्पष्ट होता है कि चुनावी प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी और स्थानीय नागरिकों को उनके प्रतिनिधियों का चयन करने का मौका शीघ्र दिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने यह जानकारी भी साझा की कि नगर पंचायत फतेहगढ़ पंचतूर में नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है, जो स्थानीय प्रशासन के लिए एक नई दिशा देने का कार्य करेगा।
इस फैसले से क्षेत्र के निवासियों में उत्साह का माहौल पैदा हो गया है, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि अब उनके वार्ड में विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ेगी। विधायक लाडी का यह भी कहना है कि जनता ने उन्हें जो समर्थन दिया है, उसके प्रति वे सच्चे विकास के माध्यम से कृतज्ञता प्रकट करेंगे। इस प्रकार, उच्च न्यायालय के निर्णय ने न केवल राजनीतिक स्थिरता के लिए एक अवसर प्रदान किया है, बल्कि स्थानीय विकास के लिए भी आशा की किरण व्यक्त की है।
सारांश में, धर्मकोट में नगर परिषद के वार्डों पर लगी रोक का हटना एक सकारात्मक कदम है, जो न केवल स्थानीय राजनीति में बदलाव लाएगा, बल्कि जनता के कल्याण के लिए भी मार्ग प्रशस्त करेगा। विधायक लाडी का यह कहना कि यह निर्णय आम जनता की जीत है, यह दर्शाता है कि स्थानीय निवासियों के हित सर्वोपरि हैं और उनके विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। आगामी चुनावों के आयोजन के साथ, धर्मकोट की राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आएगी, जो स्थानीय विकास के लिए लाभदायक साबित होगी।