लुधियाना में मां-बेटे के कत्ल की गुत्थी उलझी, लिव-इन पार्टनर का चौंकाने वाला कदम!

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पंजाब के लुधियाना शहर में 25 दिसंबर को हैबोवाल के प्रेम विहार क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है जिसमें एक महिला और उसके 10 वर्षीय बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या की इस घटना से लगभग तीन दिन बाद जब मोहल्ले में तेज बदबू फैलने लगी, तो स्थानीय निवासियों ने पुलिस को इस बारे में सूचना दी। प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस ने इस केस को सुलझाने में पर्याप्त प्रगति की है और अब केवल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का इंतजार है, जिसमें इस केस के तथ्यों को सार्वजनिक किया जाएगा।

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक महिला सोनिया की हत्या उस व्यक्ति ने की है जो नियमित रूप से उससे मिलने आया करता था। पुलिस ने इस व्यक्ति की पहचान करने के लिए तेजी से जांच की और अब वह दात जिसे हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया था, उसे रिकवर करने पर काम कर रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई है कि यह एक पैसों के लेन-देन का मामला हो सकता है। महिला और उसके इस अज्ञात शिकारी के बीच कुछ आर्थिक असहमतियां थीं, जो इस घातक अपराध का कारण बन गईं।

हत्याकांड के पीछे एक और पहलू भी है जो ध्यान आकर्षित करता है। जानकारी मिली है कि मृतक सोनिया के प्रेमी ने कुछ समय से उससे मिलने का दौर बंद कर दिया था, जिसके चलते आस-पास के लोगों को उस पर शक होने लगा था। पड़ोसियों की सहायता से मिली जानकारियों के आधार पर पुलिस ने कई सुराग जुटाए हैं, जिससे मामला तेजी से आगे बढ़ रहा है। हालाँकि, संघीय जांच से संबंधित कोई आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस इस मामले को सुलझाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रही है।

मृतक सोनिया का कुलीन परिवार से ताल्लुक रखने का पता चला है। सोनिया ने वर्ष 2011 में सुनील से शादी की थी, लेकिन यह रिश्ता केवल 2020 में तलाक पर समाप्त हुआ। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्यों एक महिला और उसके छोटे बेटे को इस तरह के क्रूरता का शिकार होना पड़ा। लुधियाना शहर में इस त्रासदी से हर कोई हैरान है और स्थानीय लोग इसे अपने समुदाय में सुरक्षा की एक गंभीर समस्या के रूप में देख रहे हैं।

पुलिस के लिए यह मामला न केवल इस परिवार के लिए न्याय दिलाने का है, बल्कि स्थानीय सुरक्षा को भी पुनः स्थापित करने का कार्य है। ऐसे में पुलिस की क्षमता और तत्परता पर सवाल उठता है कि क्या वे इस तरह के मामलों को और बेहतर तरीके से रोकने में सक्षम हैं। लोग न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और एक संतोषजनक समाधान की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस घटना ने न केवल एक परिवार को बर्बाद किया है, बल्कि समाज में सुरक्षा और सामंजस्य पर भी सवाल उठाए हैं।