पंजाब के जालंधर कैंट में एक बारासिंघा, जो की एक जंगली जानवर है, हाल ही में जी पॉकेट बिल्डिंग के पास देखा गया। यह घटना नए साल के अवसर पर हुई, जब राहगीरों ने अपने मोबाइल फोन में इसका वीडियो रिकॉर्ड किया। वह समय जब लोग जश्न मनाकर लौट रहे थे, इस जंगली जानवर की उपस्थिति ने सभी को चौंका दिया। घटना के बाद, बारासिंघा का कोई पता नहीं चला है, जिससे लोगों में दहशत की स्थिति बनी हुई है। इससे पहले भी जालंधर कैंट में ऐसे जंगली जानवरों के देखे जाने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इस बार की वीडियो क्लिप ने इसे और भी चर्चा का विषय बना दिया है।
बारासिंघा का दिखाई देना लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है, हालांकि जानवर ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाल के दिनों में पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के कारण जंगली जानवर विभिन्न स्थानों की तलाश में निकल रहे हैं। इनमें से कुछ जानवर रिहायशी इलाकों की ओर आ जाते हैं, जिससे अव्यवस्था और डर का माहौल बनता है। बारासिंघा भारत के दक्षिण एशियाई क्षेत्रों में पाया जाने वाला एक सुंदर लेकिन लुप्तप्राय प्रजाति का जानवर है।
बारासिंघा विशेषकर हिमालय की दक्षिणी ढलानों से लेकर बर्मा, थाईलैंड, और इंडोचीन तक फैला हुआ है। वन विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि बारासिंघा एक संवेदनशील जानवर है, जो मानव भीड़ से डर जाता है। यदि इसके आस-पास बहुत से लोग इकट्ठा होते हैं, तो यह भयभीत होकर भाग सकता है, जो कभी-कभी उसकी जान के लिए भी खतरा साबित होता है। ऐसे में इसे पकड़ना भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
इसलिए वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बारासिंघा का पीछा न करें और दूरी बनाए रखें। घबराए हुए जानवर न केवल अपने लिए, बल्कि आस-पास के लोगों के लिए भी खतरा बन सकते हैं। जानवर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, विशेषज्ञों का सुझाव है कि लोग इसकी उपस्थिति पर अधिक ध्यान दें और जंगल के अधिकारियों से संपर्क करें, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।
जालंधर में बारासिंघा के प्रचार-प्रसार के चलते जितनी सावधानी बरतने की आवश्यकता है, उतनी ही इसकी सुरक्षा के लिए भी प्रयास किए जाने चाहिए। वन विभाग को ऐसे मामलों में त्वरित प्रतिक्रिया देनी चाहिए, ताकि जानवर सुरक्षित रहें और स्थानीय निवासियों को कोई समस्या न हो। यह घटना न केवल जंगली जीवन की विविधता को दर्शाती है, बल्कि हमें यह भी याद दिलाती है कि मानव गतिविधियाँ किस प्रकार जंगली जानवरों के निवास स्थान को प्रभावित कर रही हैं।