फरीदकोट में कांग्रेस का हंगामा: केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन, अमित शाह से इस्तीफे की मांग!

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पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अपील पर फरीदकोट जिला कांग्रेस कमेटी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान के निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के बारे में की गई विवादित टिप्पणी के विरोध में एक रोष मार्च का आयोजन किया। इस मार्च में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर के विभिन्न हिस्सों से होते हुए मिनी सचिवालय तक की यात्रा की और वहां जाकर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने गृहमंत्री से नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की। इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवदीप सिंह बब्बू बराड़ ने किया।

घंटाघर चौक से शुरू होकर यह रोष मार्च शहर के बाजारों से गुजरते हुए मिनी सचिवालय तक पहुंचा। वहां पर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। पूरे राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा इसी प्रकार के प्रदर्शन किए जा रहे हैं, जहां सभी एकजुट होकर अमित शाह से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि केंद्रीय गृहमंत्री की टिप्पणियों से संविधान का अपमान हुआ है और यह नहीं सहा जाएगा।

जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों ने इस प्रदर्शन में विशेष रूप से भाग लिया। उन्होंने कहा कि अमित शाह जैसे प्रभावशाली नेता को अंबेडकर के प्रति इस प्रकार की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। किक्की ढिल्लों ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे संविधान को खत्म करने की साजिश कर रही हैं और कांग्रेस इस प्रयास को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका आंदोलन सड़क से लेकर संसद तक जारी रहेगा, और पार्टी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाती रहेगी।

कांग्रेस के इस प्रदर्शन ने एक बार फिर से यह संकेत दिया है कि पार्टी कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं में एकजुटता और साहस का संचार कर रही है। सभी मिलकर यह अधिसूचना कर रहे हैं कि वे संविधान और उसके निर्माताओं के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और किसी भी तरह के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह रोष मार्च सिर्फ एक मुद्दे के खिलाफ नहीं, बल्कि एक विचारधारा और देश के संविधान के प्रति उनके अपार प्रेम और सम्मान का प्रतीक है।

इस प्रकार, फरीदकोट का यह प्रदर्शन न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे राज्य में कांग्रेस पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह साफ संकेत है कि उनकी नीतियों और विचारों का समर्थन करने के लिए कार्यकर्ता हमेशा तैयार रहेंगे। कांग्रेस पार्टी अब भाजपा सरकार के खिलाफ एक जोरदार संघर्ष के लिए पूरी तरह से तत्पर है, और वे इस आंदोलन के माध्यम से अपनी आवाज को और अधिक प्रभावशाली बनाना चाहते हैं।