लुधियाना में 16 लाख की होटल डकैती: फर्जी CIA बनकर कमरे में घुसे बदमाश!

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लुधियाना के एक होटल में एक सनसनीखेज घटना में नकली सीआईए कर्मियों के रूप में आए बदमाशों ने दो लोगों के साथ मारपीट कर करीब 16 लाख रुपये और दो मोबाइल फोन लूट लिए। इस पूरी घटना ने स्थानीय लोगों को हड़ताल में डाल दिया है, और पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। पीड़ितों में से एक, अमरजीत सिंह, ने बताया कि वह एक व्यक्ति राज कुमार के संपर्क में था, जिसने उसे दमनप्रीत सिंह को कनाडा भेजने का आश्वासन दिया था। इसके लिए 16 लाख रुपये की डील हुई थी, जिसमें पैसे कनाडा पहुंचने के बाद देने की बात तय हुई थी।

अमरजीत ने कहा कि राज कुमार ने उसे बताया था कि वह अपने बेटे अमित कुमार को भेज रहा है, जिसे वह केवल पैसे दिखाने के लिए होटल बुलाना चाहता था। अमित ने फोन पर अमरजीत को बताया कि वह होटल रजेंटा क्लासिक में ठहरा हुआ है और उसे पैसे लेकर आना है। अमरजीत अपने दोस्त गौरव शर्मा के साथ वहां गया, इस आशा के साथ कि वह अपने पैसे सुरक्षित स्थान पर जमा कर रहा है। लेकिन सुबह तीन बजे जैसे ही अमित कुमार ने दरवाजा खोला, तभी पांच से छह हथियारबंद बदमाश कमरे में घुस आए और उन्होंने खुद को सीआईए स्टाफ बताया।

ये बदमाश तुरंत ही अमरजीत और गौरव पर ताबड़तोड़ हमलावर हो गए। उन्होंने उन्हें बंधक बना लिया और उनके पास मौजूद 16 लाख रुपये और मोबाइल फोन छीन लिए। अमरजीत की शिकायत के अनुसार, बदमाशों ने उसकी कनपटी पर पिस्तौल रखकर उसे डराया और फिर गौरव को भी बंधक बना लिया। इस घटना के बाद पीड़ितों ने शोर मचाया और तुरंत पुलिस को सूचित किया। मामला थाना मॉडल टाउन में दर्ज किया गया है, और पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।

पुलिस स्टेशन की एसएचओ अवनीत कौर ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि कुछ सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुआ है, लेकिन इसे जांच पूरी होने तक सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। पुलिस का मानना है कि ये बदमाश जल्दी ही पकड़ में आ जाएंगे, लेकिन फिलहाल उनके बारे में कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है। इस घटना ने न केवल पीड़ितों को बल्कि पूरे इलाके के लोगों को सुरक्षा के प्रति सचेत कर दिया है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया है।

अंत में, सभी लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं और स्थानीय पुलिस से आशा कर रहे हैं कि शीघ्रता से आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। लोगों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं कानून-व्यवस्था के लिए खतरा हैं और उनका समुचित समाधान किया जाना चाहिए। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि जनता की सुरक्षा हमेशा सुनिश्चित रहे, ताकि इस प्रकार की छल-छद्म घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों।