जालंधर में आज किसान आंदोलन के चलते 6 विभिन्न स्थानों पर ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। किसानों ने दोपहर 12 बजे रेलवे ट्रैक पर धरना शुरू किया, जो कि अपराह्न 3 बजे तक जारी रहा। इस जाम के कारण जालंधर से गुजरने वाली कुल 30 ट्रेनों को प्रभावित होना पड़ा। किसानों ने फिल्लौर, जालंधर कैंट, धन्नोवाली, लोहिया खास, भोगपुर और शाहकोट में रेल ट्रैक पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। वहीं, जीआरपी (गिरफ्तारी रेलवे पुलिस) ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा उपायों को अपनाया।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने 14 दिसंबर को रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी, जिसके तहत आज के दिन यह कार्रवाई की गई। कृषि संगठनों द्वारा किए गए इस प्रदर्शन में जालंधर सिटी, फिल्लौर, लोहिया खास और ढिलवां गांव के समीप विभिन्न किसान जत्थों ने एक साथ मिलकर ट्रेनें रोकीं। इन मार्गों पर रोजाना 50 से अधिक ट्रेनों का संचालन होता है, जिससे यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा। इस पूरे घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने के कदम उठाए और जीआरपी को भी सतर्क किया गया।
आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर स्पष्ट संदेश दिया है कि उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान चाहिए। किसानों द्वारा किए गए इस विरोध प्रदर्शन ने रेल यातायात को प्रभावित किया है, जिससे यात्रियों की दिनचर्या बिगड़ गई है। इससे पहले भी किसान कई बार अपनी समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन कर चुके हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनका यह संघर्ष किसी सामान्य मुद्दे का परिणाम नहीं है, बल्कि लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का नतीजा है।
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए। किसान नेताओं ने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो वे भविष्य में और भी बड़े आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। इस तरह के आंदोलनों से न केवल रेलवे सेवा प्रभावित होती है, बल्कि नागरिकों को भी बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कृषि समुदाय की यह नाराजगी उनकी परेशानियों की गहराई को दर्शाती है, जिसके समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
इस प्रकार, आज का आंदोलन एक बार फिर से यह दर्शाता है कि किसानों के मुद्दे अभी भी हल नहीं हुए हैं। उनकी लगातार मेहनत और संघर्ष को देखते हुए यह आवश्यक है कि सरकार उनकी आवाज को सुने और त्वरित कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में इस प्रकार की स्थितियों से बचा जा सके।