अबोहर के सराभा नगर में एक दुखद घटना में 50 वर्षीय रघुबीर की एक पैर कटर से कटकर अलग हो गया। यह घटना उस समय हुई जब वह गांव कीकरखेड़ा में लोहे के कटर से खेत में लकड़ियाँ काट रहा था। अचानक कटर उसके हाथ से छूट गया और सीधे उसके एक पांव पर गिर गया, जिससे उसका एक पांव पूरी तरह से कटकर अलग हो गया। इसके अलावा, उसके दूसरे पैर पर भी तीन गहरे कट लगे हैं, जो उसकी गंभीर स्थिति को दर्शाते हैं।
घटना के तुरंत बाद रघुबीर के परिजन उसकी चीखें सुनकर उसकी मदद के लिए दौड़े और उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में फार्मासिस्ट अक्षय और बंता सिंह ने बताया कि रघुबीर की स्थिति बहुत गंभीर है। कटर के हस्से से उसके एक पैर का अधिकांश हिस्सा कट गया है, जबकि दूसरे पैर पर भी गहरे घाव हैं। इस गंभीर स्थिति में किसी भी प्रकार का इलाज करना बहुत चुनौतीपूर्ण है। डॉक्टर्स का मानना है कि ऐसे घाव को भरने के लिए विशेष देखभाल और विशेषज्ञता की आवश्यकता है।
इसलिए, चिकित्सकों ने रघुबीर को फरीदकोट रेफर करने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि उसकी स्थिति को देखते हुए, उसे विशेष प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत है, जो स्थानीय अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। रघुबीर को हादसे के तुरंत बाद प्राथमिक उपचार दिया गया, जिसमें उसके घावों को पटिटयां बांधकर उसकी स्थिति को स्थिर करने की कोशिश की गई। इसके बाद उसे फरीदकोट सिविल अस्पताल भेजा गया, जहां उसे बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
यह घटना न केवल रघुबीर और उसके परिवार के लिए एक बड़ी चुनौती बनी है, बल्कि खेतों में काम करने वाले लोगों के लिए भी सतर्कता का पाठ पढ़ाने वाली है। ऐसे हादसे अक्सर तब होते हैं जब लोग सुरक्षा उपायों की अनदेखी करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खेती-किसानी में काम करते समय सभी को सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करना चाहिए और हमेशा सतर्क रहना चाहिए। इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कृषि क्षेत्र में कार्य करते समय समुचित सावधानी जरूरी है ताकि ऐसे दुखद घटनाओं से बचा जा सके।
इस स्थिति में, रघुबीर के परिजनों और दोस्तों ने उसके लिए प्रार्थना की है कि वह जल्दी स्वस्थ हो सके। सभी लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उसे फरीदकोट में शीघ्र ही उचित उपचार मिले और वह इस मुश्किल समय से उबर सके।