राज्यपाल ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को दी बधाई, शिक्षा को समाज में बदलाव का साधन बताया
– राज्यपाल ने भेंट की डिग्रियां, शोध उपाधियां एवं पदक
नैनीताल, 16 दिसंबर (हि.स.)। कुमाऊं विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह में सोमवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने शिक्षा को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और राष्ट्र की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा सिर्फ करियर बनाने के लिए नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास के लिए है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में शोध कार्यों और नवाचारों की सराहना की और कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय के वन और पर्यावरण विभाग को ‘ए प्लस’ रेटिंग मिली, जो इसके शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रमाण है।
समारोह में 19,570 विद्यार्थियों को डिग्रियां और 201 शोधार्थियों को पीएचडी उपाधियां प्रदान की गईं। सिने कलाकार ललित मोहन तिवारी को मानद डीलिट की उपाधि से सम्मानित किया गया, जबकि कई अन्य छात्रों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक मिले।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए शिक्षा को एक आदर्श शक्ति बताया और राज्य के विकास की दिशा में सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डाला। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भारतीयता और भारत राष्ट्र पाठ्यक्रम के महत्व पर जोर दिया और बताया कि कुमाऊं विश्वविद्यालय ने शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
कार्यक्रम में कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा विश्वविद्यालय के बजट में ऐतिहासिक वृद्धि की गई है।
समारोह के बीच छात्र नेताओं ने काले फीते बांधकर छात्रसंघ चुनाव न होने का विरोध भी किया।