अटारी से खेप ले जाते हुए फिरोजपुर का युवक लोहारका रोड पर गिरफ्तार!

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**भास्कर न्यूज: अमृतसर में सीआईए का बड़ा खुलासा, तस्कर के पास से मिली 5 किलो 100 ग्राम हेरोइन**

अमृतसर में सीआईए की टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए 5 किलो 100 ग्राम उच्च गुणवत्ता की हेरोइन के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। तस्कर की पहचान फिरोजपुर के बस्ती मोहम्मद शाह वाली निवासी गुरवीर सिंह (32), जिसे गोरा के नाम से भी जाना जाता है, के रूप में हुई है। पुलिस ने लोहारका रोड पर स्थापित नाके के दौरान इस व्यक्ति को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि एक तस्कर अपनी फॉर्च्यूनर SUV में हेरोइन की सप्लाई लेकर आ रहा है।

सीआईए स्टाफ के इंचार्ज, अमोलकदीप सिंह की अगुवाई में यह अभियान चलाया गया। लोहारका रोड पर नाकाबंदी के समय तस्कर को रोका गया और उसके कब्जे से 5 किलो 100 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। पूछताछ के दौरान गुरवीर ने बताया कि वह बॉर्डर एरिया अटारी से किसी व्यक्ति से ये सामान लेकर फिरोजपुर जा रहा था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने गुरवीर सिंह के खिलाफ थाना कंटोनमेंट में केस दर्ज किया है और अदालत से तीन दिन का रिमांड हासिल किया है ताकि उससे गहराई से पूछताछ की जा सके।

इस बीच, दूसरे फरार आरोपी की खोज में पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, गुरवीर सिंह ने हाल ही में हेरोइन की सप्लाई का काम शुरू किया था, जो पिछले तीन महीनों से लगातार चल रहा था। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि पकड़ा गया तस्कर पहले से स्वास्थ्य विभाग में ड्राइवर के रूप में आउटसोर्स पर कार्यरत था, लेकिन 31 जुलाई को ड्यूटी में गैरहाजिर रहने के कारण उसे नौकरी से निकाल दिया गया।

पुलिस का कहना है कि अब वे इस मामले में गुरवीर सिंह के बैकवर्ड और फारवर्ड लिंक की जांच कर रहे हैं। उनकी कोशिश है कि तस्करी के इस नेटवर्क को और भी खुलासा किया जाए। पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे मामलों में सहयोगी और गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी से संभवतः और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।

इस घटना ने एक बार फिर से ड्रग तस्करी की समस्या को उजागर किया है, जोकि भारतीय राज्यों में एक गंभीर सामाजिक मुद्दा बना हुआ है। पुलिस द्वारा इस कार्रवाई की सराहना की जा रही है, और उम्मीद की जा रही है कि इससे तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का मानना है कि यदि तस्करों का नेटवर्क जल्दी पकड़ लिया जाए, तो आम लोगों को इस प्रकार की समस्याओं से बचाया जा सकता है।