कपूरथला में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा आयोजित 10 किमी की मैराथन दौड़ ने नशे से दूर रहने का महत्वपूर्ण संदेश फैलाया है। यह दौड़ कांजली रोड पर स्थित गौशाला से आरंभ होकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए वापस उसी स्थान पर समापन हुई। इस आयोजन में सैकड़ों युवा और कई सामाजिक व राजनीतिक नेता शामिल हुए, जिसने इसे अधिक सफल और प्रभावशाली बना दिया।
मैराथन के दौरान, बजरंग दल के प्रदेश प्रवक्ता नरेश पंडित ने उपस्थित युवाओं को सम्मानित करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने दौड़ में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को न केवल उनकी मेहनत के लिए सराहा, बल्कि उन्हें नशे से दूर रहने की आवश्यकता के बारे में भी बताया। नरेश पंडित ने बताया कि शारीरिक गतिविधियों से युवाओं की मानसिक और शारीरिक सेहत में सुधार होता है और उन्हें खेलों में रुचि बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आशावाद के साथ कहा कि भविष्य में ऐसे आयोजनों का सिलसिला जारी रहेगा, जो युवा पीढ़ी को सकारात्मक दिशा में ले जाने में सहायक होंगे।
इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन गुरपाल सिंह इंडियन ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों की सराहना की। उन्होंने भी युवाओं को नशे से दूर रहने और स्वास्थ्यवर्धक गतिविधियों में अपने आप को शामिल करने के लिए प्रेरित किया। गुरपाल सिंह इंडियन ने कपूरथला में नशे की बढ़ती बिक्री पर चिंता जताते हुए कहा कि यह एक गंभीर विषय है, जिसे तत्काल संज्ञान में लेने की आवश्यकता है। उन्होंने नशे के बिक्री को रोकने के लिए सरकार की कोशिशों की सराहना की और आम जन से भी इसमें सहयोग करने की अपील की।
कपूरथला में इस तरह के आयोजनों का महत्व स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यह न केवल युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों में शामिल करता है, बल्कि उन्हें नशे के खिलाफ जागरूक भी करता है। इस तरह की मैराथन दौड़ें युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती हैं और उन्हें स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं।
अंत में, इस प्रकार के आयोजन समाज में गंभीर मुद्दों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इनसे न केवल युवा पीढ़ी को दिशा मिलती है, बल्कि सामुदायिक जुड़ाव भी बढ़ता है। यह स्पष्ट है कि नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए और अधिक ऐसे आयोजनों की आवश्यकता है ताकि युवा प्रतिभा को सही दिशा में प्रवाहित किया जा सके।