श्री दरबार साहिब परिसर के बाहर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर एक जानलेवा हमले की कोशिश के बाद बठिंडा पुलिस प्रशासन में चिंता का माहौल है। यह घटना सुखबीर बादल द्वारा 9 और 10 दिसंबर को तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो में दिए जाने वाले धार्मिक दंड से पहले हुई है। इस धार्मिक सजा के तहत, वे अन्य अकाली नेताओं के साथ इस पवित्र स्थान पर पहुंचेंगे। पिछले दिनों हुई इस घटना को देखते हुए तख्त श्री दमदमा साहिब की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है, जिसमें विशेष सावधानियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है।
सुखबीर सिंह बादल की सुरक्षा, जिन्होंने अपनी धार्मिक सजा को स्वीकार करने का निर्णय लिया है, अब बठिंडा पुलिस के लिए एक बड़ा चुनौती बन गया है। तख्त साहिब के आसपास की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि वहाँ प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इसके चलते, ऐसी संभावना है कि 9 और 10 दिसंबर को उनकी यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ सकती है, जिससे सुरक्षा की चुनौतियाँ भी और बढ़ जाएंगी। पुलिस प्रशासन इस समस्त परिस्थिति पर लगातार नजर रख रहा है और सुरक्षा के सभी पहलुओं का आंकलन कर रहा है।
बुधवार को हुए हमले के बाद, एसएसपी अमनीत कौंडल ने तख्त साहिब में जाकर सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना किया। इस दौरान, उन्होंने पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और यह सुनिश्चित किया कि सभी सुरक्षा उपाय पहले से ज्यादा कड़े हों। पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि किसी भी शरारती तत्व को कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं होगी। इसके लिए खुफिया विभाग भी सक्रिय हो गया है, जिससे कि कोई भी संभावित खतरे को समय रहते पहचाना जा सके।
एसएसपी अमनीत कौंडल ने कहा कि 9 और 10 दिसंबर को होने वाली सुखबीर सिंह बादल की यात्रा के लिए पहले से सुरक्षा इंतजाम किए जा चुके थे, लेकिन बुधवार को हुए हमले के मद्देनजर यह आवश्यक हो गया कि सुरक्षा को और भी कड़ा किया जाए। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए कार्य करें और सुरक्षा व्यवस्था में कोई लापरवाही न बरतें। यह संवेदनशील मामला केवल सुखबीर बादल की सुरक्षा से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है।
बठिंडा पुलिस द्वारा लागू की गई सुरक्षा व्यवस्था में सुरक्षा बलों के अलावा सीआईडी की मदद भी ली जा रही है, जिससे असामाजिक तत्वों की पहचान और उन्हें रोकने में आसानी हो सके। इस प्रकार की सावधानियों से न केवल सुखबीर सिंह बादल की धार्मिक यात्रा के दौरान उनके स्वयं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, बल्कि यह श्रद्धालुओं को भी सुरक्षित माहौल प्रदान करेगा। बठिंडा पुलिस इस चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इस घटना से सबक लेते हुए उचित कदम उठाने का प्रयास कर रही है।