लुधियाना में अवैध शराब फाइल गायब! हेड कांस्टेबल पर FIR, गिरफ्तारी का शिकंजा कसता!

Share

लुधियाना, पंजाब में एक विवादास्पद स्थिति उभर कर सामने आई है जिसमें एक पुलिसकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस पुलिसकर्मी पर आरोप है कि उसने अवैध शराब बरामदगी से संबंधित मामले की महत्वपूर्ण फाइल गुम कर दी है। इस गंभीर आरोप से पुलिस विभाग में हलचल मची हुई है, क्योंकि यह मामला सीधे तौर पर पुलिस की जिम्मेदारियों और पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है।

जानकारी के अनुसार, आरोपी हेड कांस्टेबल बलविंदर राम के खिलाफ मामला 26 दिसंबर 2015 को दर्ज किया गया था। यह मामला सलेम टाबरी थाने में दर्ज किया गया था, जिसमें अवैध शराब तस्करी का आरोप था। इस केस में बलविंदर ने जानबूझकर फाइल की एक फर्जी कॉपी तैयार की और ट्रायल के दौरान इसे अदालत में पेश नहीं किया, बल्कि न ही थाने में किसी अधिकारी को सौंपी। ऐसे में यह स्पष्ट हो जाता है कि पुलिसकर्मी ने अपने कर्तव्यों का उल्लंघन किया है।

जांच में पता चला है कि बलविंदर राम ने अपनी लापरवाही के परिणामस्वरूप इस महत्वपूर्ण फाइल का गबन (गुम) किया। सब-इंस्पेक्टर कश्मीर सिंह मामले की जांच कर रहे हैं और उन्होंने बलविंदर के खिलाफ 409 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस विभाग का यह कदम इस बात को दर्शाता है कि जिम्मेदार अधिकारियों की निगरानी में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मामला संदिग्ध होने के कारण पुलिस कर्मी के पिछले रिकार्ड की भी छानबीन की जा रही है। पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है और बलविंदर राम की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। इससे स्पष्ट होता है कि कानून के रखवाले ही यदि लापरवाह बनें, तो समाज में इसे लेकर कितनी गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।

इन घटनाओं से यह संदेश स्पष्ट होता है कि पुलिस विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही बेहद जरूरी है। अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के दौरान अगर पुलिसकर्मी खुद ही कानून का उल्लंघन करें, तो यह न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि को धूमिल करता है, बल्कि पूरे विभाग की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है। ऐसे में, उम्मीद की जाती है कि आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए सख्त उपाय किए जाएंगे।