2 दिसंबर को पंजाबी सिखों के प्रमुख धार्मिक स्थल श्री अकाल तख्त साहिब से जुड़ी एक विशेष सेवा का आयोजन किया गया। इस सेवा के तहत जत्थेदार साहिबान और पांचों सिंह साहिबान ने अकाली नेताओं की कुछ गलतियों के लिए उन्हें दंडित करते हुए सेवा करने का आदेश जारी किया। इसी क्रम में पूर्व सांसद प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा आज श्री फतेहगढ़ साहिब पहुंचे, जहां उन्होंने जूते साफ करने से सेवा का श्रीगणेश किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने दरबार साहिब में माथा टेककर लंगर हॉल में भी अपनी सेवा निभाई।
यह सेवा करते हुए चंदूमाजरा ने कहा कि यह उनके लिए सेवा और सिमरन से जुड़ने का एक अनूठा अवसर है। उन्होंने राजनीति के संदर्भ में कहा कि यह भी एक प्रकार की सेवा है, लेकिन कुछ लोग इसे केवल व्यापार की तरह देखने लगे हैं। चंदूमाजरा ने पंजाब की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि यह राज्य नशे के समुद्र में डूबा हुआ है और किसानों को जोर-जबरदस्ती लूटने की घटनाएं आम हो गई हैं। उन्होंने अपील की कि अकाली संघर्ष में सक्रिय हिस्सेदारी करने वाले लोगों को आगे लाने की कोशिश की जाए, जो पंथक सोच के हों और पंजाब तथा पंथ की भलाई के लिए संघर्ष करने की क्षमता रखते हों।
इसके अलावा, चंदूमाजरा ने सुखबीर बादल पर हुए हमले के संदर्भ में ज्यूडिशियल जांच की मांग की, जिससे सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सेवा 8 दिसंबर को समाप्त होने वाली है और इस समय वे डेरा सिरसा मुखी की पोशाक या दरबार साहिब पर हमले से संबंधित आरोपों पर मीडिया के सामने कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। सेवा पूरी होने के बाद, वह श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मुलाकात कर अपने बचाव में सबूत पेश करेंगे और लगाए गए झूठे आरोपों का खंडन करेंगे।
चंदूमाजरा के साथ इस सेवा में शामिल एसजीपीसी सदस्य करनैल सिंह पंजोली ने बताया कि वे कई वर्षों से सुखबीर बादल और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को पत्र भेजते रहे हैं, लेकिन उनकी बातों को नजरअंदाज किया गया। अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अकाली दल की नेतृत्व क्षमता को पुनर्जीवित करने के लिए पंथक जत्थेबंदियों का समर्थन बेहद आवश्यक है। यह स्थिति सिख समुदाय के लिए नई चुनौतियों का सामना करने और राजनीतिक स्थिति को पुनः दिशा देने का एक महत्वपूर्ण समय है।
अंततः, चंदूमाजरा की सेवा और उनके विचार इस बात का प्रतीक हैं कि सिख समुदाय अपने पंथ और संस्कृति के प्रति कितने गंभीर हैं। उनकी सेवाएं और मुद्दों पर उनके विचार उन्हें एक प्रमुख नेता के रूप में उभारते हैं, जो आने वाले वक्त में पंजाब के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।