अमृतसर की एक चौंकाने वाली घटना में, नशे में धुत एक पुलिस कर्मचारी ने इलाके में बवाल मचा दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिससे लोगों में पुलिस के प्रति गहरी नाराजगी जन्म ले रही है। जानकारी के मुताबिक, घटना सुबह-सुबह उस वक्त हुई जब एक दूध सप्लाई करने वाली गाड़ी मकबूल पुरा इलाके में दूध पहुंचाने आई थी। इस दौरान, एक पुलिसकर्मी ने अचानक गाड़ी से 3 से 4 दूध के पैकेट चुरा लिए और वहां से भागने की कोशिश की।
हालांकि, नशे में होने के कारण वह भाग नहीं सका और वहीं गिर गया, जिससे दूध सड़कों पर फैल गया। इससे भी ज्यादा अजीब बात यह थी कि उस पुलिसकर्मी ने पास खड़ी गाड़ी पर पत्थर फेंककर उसका शीशा तोड़ दिया। इस बवाल में दूध सप्लाई करने वाले लोग उसके खिलाफ खड़े हो गए और उसे पकड़ने की कोशिश की। लेकिन नशे में धुत उस पुलिसकर्मी ने उनके साथ भी हाथापाई की। वह इस हालत में था कि उसे अपनी हरकतों का सही-सही ज्ञान नहीं था और वह लगातार यह बोलता रहा कि वह चोरों को पकड़ रहा है।
इस घटना के बाद, पुलिस कर्मचारी वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन अपनी पगड़ी वहीं छोड़कर चला गया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है, जिससे आम जनता में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब खुद पुलिस ही ऐसी हरकतें कर रही है, तो वह आम लोगों की सुरक्षा कैसे कर पाएगी। इस घटना ने पुलिस के प्रति जनता के विश्वास को और भी कमजोर कर दिया है।
वर्तमान में, इस मामले में पुलिस के उच्च अधिकारियों ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है, और न ही पुलिसकर्मी की पहचान उजागर की गई है। मामले की जांच अभी जारी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस तरह के झगड़ों और नशे की लत से जुड़े मुद्दों पर सख्त कदम उठाएगा या इसे नजरअंदाज किया जाएगा। लोग यह भी जानने के इच्छुक हैं कि क्या इस पुलिसकर्मी के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई की जाएगी या इसे भी समय के साथ भुला दिया जाएगा।
अमृतसर की इस घटना ने न केवल स्थानीय पुलिस व्यवस्था को सवालों के घेरे में लाया है बल्कि इसने यह भी साबित कर दिया है कि नशा किसी भी व्यक्ति की सोच और व्यवहार को किस प्रकार से प्रभावित कर सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है और लोगों का ध्यान कैसे आकर्षित करता है।