पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने आज लोकसभा में भाजपा के खिलाफ एक जोरदार विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। उन्होंने पटियाला से सांसद धर्मवीर गांधी, गुरदासपुर से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, श्री फतेहगढ़ साहिब से सांसद डॉ. अमर सिंह और फिरोजपुर से सांसद शेर सिंह घुबाया के साथ मिलकर लोकसभा भवन के बाहर भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान सभी सांसदों ने हाथ में तख्तियां पकड़े हुए रोष व्यक्त किया, जिसमें उनकी मुख्य आपत्ति भाजपा की किसान नीति को लेकर थी।
राजा वड़िंग ने अपनी बात रखते हुए भाजपा को किसान विरोधी करार दिया। उनका आरोप है कि भाजपा पंजाब से फसलों की खरीद में विलंब कर रही है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही, वड़िंग ने केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बिट्टू और उनका परिवार भारतीय राजनीति में संरक्षण वाद की पराकाष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा कि बिट्टू का परिवार लगातार राजनीति में सक्रिय रहा है और यह दिखाता है कि वे खुद भी परिवारवाद के आरोपों से अछूते नहीं हैं।
वड़िंग ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी ने हमेशा देश और जनता के लिए अपनी आवाज उठाई है और लोग चाहते थे कि वे सक्रिय राजनीति में आएं। दूसरी ओर, बिट्टू, जो पहले तीन बार कांग्रेस से सांसद रह चुके हैं, पर वड़िंग ने आरोप लगाए कि उनका परिवार भी राजनीतिक पदों पर आसीन रहा है। बिट्टू के दादा, ताया और अन्य परिवारिक सदस्यों ने भी राजनीति में स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि अगर बिट्टू परिवारवाद का मुद्दा उठाते हैं, तो उन्हें खुद के परिवार की राजनीति पर भी विचार करना चाहिए।
राजा वड़िंग ने यह भी कहा कि पहले सोनिया गांधी को लेकर बिट्टू ने कहा था कि उनका खून उसकी पार्टी के लिए है, लेकिन अब वो भाजपा को खुश करने के लिए निजी टिप्पणियाँ कर रहे हैं। वड़िंग ने बिट्टू से सीधा प्रश्न किया कि यदि वे भाजपा के प्रति सम्मान दिखाना चाहते हैं, तो उनके लिए यह जरूरी है कि वे अपनी नीतियों पर बात करें और कार्यों के माध्यम से अपनी बात रखें। उन्होंने कहा कि बिट्टू को भाजपा ने लोकसभा में बोलने का मौका तक नहीं दिया, यह दर्शाता है कि भाजपा उनकी क्षमताओं से अच्छी तरह वाकिफ है।
इसके अलावा, वड़िंग ने यह भी कहा कि बिट्टू को अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए अनर्गल बयानबाजी करने से बचना चाहिए, और इसके बजाय उन्हें अपने कार्य करने का प्रयास करना चाहिए। यदि वाकई में वे केंद्रीय सरकार में मंत्री हैं, तो उन्हें चाहिए कि वे पंजाब और देश के लिए सकारात्मक योजनाएं प्रस्तुत करें, ताकि आम जनता को लाभ मिल सके। इस तरह के आरोपों और मुद्दों से भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाना जरूरी है, ताकि जनता को सही जानकारी मिल सके और वे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठा सकें।