आबादी के बीच में कर रहा था पेट्रोलियम पदार्थ का अवैध धंधा, आग लगने से तीन मकान में नुकसान, बड़ा हादसा टला

Share

आबादी के बीच में कर रहा था पेट्रोलियम पदार्थ का अवैध धंधा, आग लगने से तीन मकान में नुकसान, बड़ा हादसा टला

चित्तौड़गढ़, 11 नवंबर (हि.स.)। शहर में आबादी के बीच पेट्रोलियम पदार्थ का अवैध धंधा करने वाले एक आदमी की लापरवाही के कारण तीन मकानों में आग लग गई। इसमें एक मकान तो पूरी तरह से जल गया, जबकि दो मकान में भी नुकसान की बात सामने आई है। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया। आगजनी में एक वैन कबाड़ में तब्दील हो गई। मकान में पेट्रोलियम पदार्थ से भरे ड्रम रखे हुए थे, जो काफी देर तक जलते रहे। कोई जनहानि नहीं होने से सभी ने राहत की सांस ली है। आरोपित मौके से भागने में सफल रहा, जिसकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है।

पुलिस के अनुसार चित्तौड़गढ़ शहर के सदर थाना क्षेत्र में आने वाले सेवा हाउसिंग बोर्ड के तिलक नगर में बीती रात को यह हादसा हुआ। यहां एक मकान में सतपाल सोनी उर्फ सरदारजी रहते हैं जिस पर अवैध पेट्रोलियम पदार्थ के कारोबार का आरोप है। बीती रात को एक वैन में पेट्रोलियम पदार्थ से भरे ड्रम मकान में खाली किए जा रहे थे। इसी दौरान अचानक आग लग गई। आग सतपाल सोनी के मकान में फैल गई, जहां पहले से ही कई ड्रम रखे थे। पेट्रोलियम पदार्थ में आग से लपटे उठने लगी। यह देख कर मोहल्ले में हड़कंप मच गया। सतपाल सोनी और इसके यहां काम करने वाले लोग तो मौके से भाग गए। क्षेत्र के लोगों ने आगजनी की सूचना दमकल के लिए की। इस पर नगर परिषद की दमकल मौके पर पहुंची और आग पर काबू करने का प्रयास किया गया। वैन में भी पेट्रोलियम पदार्थ से भरे ड्रम रखे हुए थे, जिससे आग तेजी से भभकी। इससे सामने स्थित अरुण तिवारी और दीपक खांडेकर के मकान पर भी आग पहुंच गई। इससे मकान के बाहरी हिस्से में नुकसान हुआ है। यहां एसी और वायरिंग जलने के अलाव अन्य सामान जल गया। सूचना पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी हुई है। हादसे में एक मकान तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। फिलहाल इस हादसे में नुकसान का आंकलन निकाला जा रहा है। इधर, क्षेत्र के लोगों ने बताया कि सतपाल सोनी उर्फ सरदारजी लंबे समय से अवैध पेट्रोलियम पदार्थ का कारोबार कर रहा था। इसकी शिकायत भी कई बार की गई थी। साथ ही सतपाल सोनी को भी उलाहना दिया था लेकिन उस पर भी कोई फर्क नहीं पड़ा। समय रहते इस मामले में कार्यवाही हो जाती तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता।

—————