बरनाला उपचुनाव: मीत हेयर ने कांग्रेस नेताओं को शामिल कर बाठ निर्दलीय को दी चुनौती!

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डेंगू को मात देने के बाद, सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने 13 नवंबर को बरनाला में प्रस्तावित विधानसभा उपचुनाव के लिए अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। उन्होंने खुद इस क्षेत्र की जिम्मेदारी संभाल ली है और विभिन्न कांग्रेस नेताओं को आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल करने में भी सफल रहे हैं। मीत हेयर लगातार पार्टी की गतिविधियों में भागीदारी कर रहे हैं और इस संबंध में सभी जानकारियों को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा कर रहे हैं। इस बीच, गुरदीप सिंह बाठ, जो AAP में लंबे समय से सक्रिय थे, को इस बार टिकट नहीं मिला है, जिसके कारण वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं।

हाल ही में, मीत हेयर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि भदलवड में कांग्रेस के पूर्व सरपंच राजवंत सिंह गिल अपने साथी नेताओं के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। AAP के प्रत्याशी हरिंदर सिंह धालीवाल को पूरे विधानसभा क्षेत्र से शानदार समर्थन मिल रहा है। इसके पहले 30 अक्टूबर को भी मीत हेयर ने पोस्ट किया था कि कांग्रेस पार्षद जगजीत जग्गू मोर भी अपने साथियों के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। इन गतिविधियों से स्पष्ट हो रहा है कि मीत हेयर अपने प्रत्याशी के प्रचार में पूरी ताकत लगा रहे हैं।

गुरमीत सिंह मीत हेयर ने हाल ही में बताया कि वह डेंगू पॉजिटिव होने के कारण पिछले कुछ समय से अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने निवासियों से अपील की कि वे हरिंदर सिंह धालीवाल के चुनावी अभियान में सक्रिय भाग लें। मीत हेयर ने यह भी बताया कि स्वस्थ होने के बाद वह जल्द ही चुनाव प्रचार में शामिल होंगे, जिससे उनकी चुनावी रणनीति और भी मजबूत होगी।

उनके राजनीतिक करियर का एक अहम पहलू यह है कि उन्होंने दो बार 2017 से 2022 तक बरनाला सीट पर विधायक पद संभाला है। इसके अलावा, 2024 में संगरूर से सांसद बनने के लिए उन्होंने रिकॉर्ड एक लाख मतों से जीत हासिल की थी। 2017 में उन्होंने कांग्रेस के केवल सिंह ढिल्लों को हराकर विधायक बने थे। उस समय मीत हेयर को 47,606 वोट मिले थे, जबकि केवल को 45,174 मत मिले थे। 2022 में भी उन्होंने 64,800 मत प्राप्त किए, जबकि अन्य प्रत्याशी कुलवंत सिंह कीटू को 25,174 वोट मिले थे।

इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है, क्योंकि केवल सिंह ढिल्लों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन की है और अब वह भी चुनावी मैदान में हैं। ऐसे में बरनाला विधानसभा उपचुनाव में एक बार फिर से मीत हेयर और विपक्षी दलों के बीच जोरदार मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है। मीत हेयर की सक्रियता और नई जोड़ियों के साथ चुनावी रणनीति इस बार की चुनावी प्रक्रिया को और भी रोमांचक बना सकती है।