भारतीय रेलवे ने पंजाब में दिसंबर से लेकर फरवरी माह तक लगभग 22 यात्री ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया है। ये ट्रेनें जम्मू, पंजाब, हिमाचल, चंडीगढ़, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच चलती थीं। रद्द की गई इन ट्रेनों का उद्देश्य यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है, क्योंकि मौसम की खराब स्थिति और सर्दी में बढ़ते कोहरे की संभावना को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। रद्द होने के कारण, यात्रियों को आने वाले समय में छुट्टियों के दौरान यात्रा में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
उत्तर रेलवे ने बताया कि सर्दी और कोहरे के कारण कई ट्रेनें समय पर नहीं पहुंच पाएंगी, जिससे यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इस स्थिति से निपटने के लिए यह कदम उठाया गया है, ताकि यात्रियों को अधिक इंतजार न करना पड़े और उन्हें निराशा का सामना न करना पड़े। ट्रेनें मुख्यतः हवाई और ठंडी जगहों पर जाने वाली यात्रियों के लिए निर्धारित की गई थीं, और वर्तमान मौसम की स्थितियों को देखते हुए बोर्ड ने इन्हें रद्द करने का निर्णय लिया है।
रद्द की गई ट्रेनों में चंडीगढ़ अमृतसर सुपर फास्ट (12241) 28 फरवरी, अमृतसर चंडीगढ़ सुपर फास्ट (12242) 3 मार्च, कालका से श्री माता वैष्णो देवी कटरा (14503) 28 फरवरी तक और अन्य कई ट्रेनें शामिल हैं। इनमें से कुछ ट्रेनें जैसे ऋषिकेश से जम्मू तवी (14605) और पूर्णिया कोर्ट से अमृतसर एक्सप्रेस (14617) भी रद्द की गई हैं। इससे यह स्पष्ट है कि विभिन्न रूट पर चलने वाली कई महत्वपूर्ण ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, जो यात्रियों के लिए काफी निराशाजनक साबित हो सकती हैं।
जिन यात्रियों ने पहले ही अपने टिकट बुक करवा लिए हैं, उन्हें अब दूसरी ट्रेनों की व्यवस्था करनी होगी। वहीं, अन्य ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट भी पहले से ही लंबी हो गई है। यात्रियों के बीच टिकटों की मांग बढ़ने से प्रतीक्षा सूची में भी इजाफा हुआ है। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ बढ़ सकती है, जिससे अतिरिक्त दबाव पड़ा सकता है। इसे देखते हुए यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना पूर्व में बनाएं और जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक उपायों की तैयारी रखें।
इस प्रकार, भारतीय रेलवे द्वारा इस निर्णय का प्रभाव न केवल यात्रियों पर पड़ेगा, बल्कि यह सर्दी के मौसम में यात्रा करने की प्रक्रिया को भी प्रभावित करेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि रेलवे उचित कदम उठाकर यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सक्षम होगा और आने वाले समय में स्थिति में सुधार दिखाई देगा। रेलवे ने यात्रियों को सहूलियत देने के लिए गंभीरता से कार्य करने की आवश्यकता को अनिवार्य किया है, ताकि वे सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा कर सकें।