फाजिल्का: युवा AAP नेता की रहस्यमयी मौत, संस्कार से पहले पुलिस की दस्‍तक

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फाजिल्का जिले से एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें जलालाबाद के गांव तोतेयावाला के युवा नेता लवप्रीत सिंह की मौत हो गई। परिवार और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, लवप्रीत की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। शुरू में उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन जैसे-जैसे उनकी स्थिति बिगड़ती गई, उन्हें उच्च चिकित्सा केंद्र पर रेफर किया गया। इलाज के दौरान लवप्रीत सिंह की स्थिति में सुधार नहीं हुआ और अंततः उनकी मृत्यु हो गई।

परिवार का कहना है कि लवप्रीत की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिससे वह गंभीर रूप से बीमार हो गए। इसके बाद उन्हें मुक्तसर साहिब के विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन सभी प्रयासों के बावजूद कोई सफलता नहीं मिली। परिजनों को शक है कि उनकी मृत्यु हार्ट अटैक के कारण हुई है। जब परिवार उनके शव को घर वापस लाने के लिए निकला, तभी पुलिस वहां पहुंच गई और बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम कराना आवश्यक है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, चिकित्सा संस्थान से सूचना प्राप्त होने के बाद उन्होंने इस मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने यह भी बताया कि बीएनएस की धारा 194 के तहत मृतक का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। पुलिस अधिकारी सतपाल ने स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया आवश्यक है, ताकि मरने के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत के कारणों के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी।

इस घटना ने स्थानीय समुदाय में शोक का माहौल बना दिया है। लवप्रीत सिंह एक युवा नेता थे और उनके निधन से उनके समर्थकों और परिवार में भारी दुख है। लोग उनकी याद में श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं और उनके आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। स्थानीय नेताओं और जनता ने इस घटना की गंभीरता को समझते हुए लवप्रीत के परिवार को सांत्वना और सहयोग देने का आश्वासन दिया है।

अंत में, यह मामला न केवल मृतक के परिवार के लिए एक दुखद घटना है, बल्कि स्थानीय राजनीति और समाज में भी इसकी गहरी छाप छोड़ी है। लवप्रीत सिंह की असामयिक मौत ने उनकी पहचान और समाज में उनके योगदान को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है। अब समुदाय के लोग इस दिशा में न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और यह चाहते हैं कि जांच के माध्यम से इस मामले के सभी पहलुओं को उजागर किया जाए।