फाजिल्का में सीआईए स्टाफ ने एक सफल ऑपरेशन के तहत एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम गश्त पर थी, तभी उन्हें एक मुखबिर से सूचना मिली कि चरणजीत सिंह उर्फ चीमा, जो कि पहले भी हत्या के मामले में जेल में रह चुका है, के पास अवैध हथियार हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने जलालाबाद के शहीद उधम सिंह चौक पर नाकाबंदी की और संदिग्ध को पकड़ लिया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के पास से एक इटली में बनी पिस्तौल, एक मैगजीन और पांच जीवंत कारतूस बरामद किए गए। यह स्पष्ट है कि आरोपी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहाँ से उसे एक दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त हुआ है। इस दौरान पुलिस उससे गहन पूछताछ कर रही है।
फाजिल्का के सीआईए स्टाफ इंचार्ज अमरिंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस आरोपी की योजना और पीछे की मंशा के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में जुटी है। पुलिस की जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या आरोपी का कोई नेटवर्क है या वह किसी अन्य अपराध में शामिल है। इसके साथ ही, पुलिस यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि वह कौन-कौन से अन्य लोगों के साथ मिलकर काम कर रहा था।
आरोपी की पिछली आपराधिक गतिविधियां भी उसके खिलाफ साक्ष्यों को मजबूत करती हैं। वह लंबे समय तक जेल में रहने के बाद बाहर आया था, और अब वह फिर से किसी अपराध की ओर बढ़ रहा था। इस तथ्य से यह स्पष्ट होता है कि समाज में अपराधियों की मनोवृत्ति में कोई बदलाव नहीं आया है, और वे पुनः उसी रास्ते पर लौटते नजर आते हैं। पुलिस अब आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है ताकि उसके द्वारा योजनाबद्ध किए गए किसी अन्य अपराध का पता लगाया जा सके।
कुल मिलाकर, यह गिरफ्तारी फाजिल्का पुलिस की तत्परता और सक्रियता को दर्शाती है। पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे समाज में अपराधियों पर नजर रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। आगे की कार्रवाई और जांच में प्राप्त जानकारियाँ अपराधी के नेटवर्क को उजागर करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं। ऐसे मामलों में पुलिस की सजगता न केवल अपराध की रोकथाम में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में सुरक्षा की भावना भी पैदा करती है।