फाजिल्का: बाइक चोर की पिटाई, डेढ़ किलोमीटर तक पीछा, जनता बोले- देंगे खुद सजा!

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जलालाबाद में एक स्थानीय मजदूर की बाइक चुराने की घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। एक युवक ने जब मजदूरी करते समय वहां से बाइक चुराई, तो अन्य मजदूरों को इसकी भनक लग गई। उन्होंने तुरंत बाइक चोर का पीछा करना शुरू कर दिया। चोर को लगभग डेढ़ किलोमीटर तक दौड़ाने के बाद, शनिदेव मंदिर के निकट स्थानीय लोगों की मदद से उसे पकड़ लिया गया। लोगों ने चोर की जमकर पिटाई की और बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

लखविंदर सिंह, जो एक मजदूर हैं, ने बताया कि वह रेलवे स्टेशन के पास काम कर रहे थे जब चोर ने बाइक चुराई। लखविंदर ने तुरंत चोर का पीछा किया और उसके साथियों को भी इस घटना के बारे में बताया। जब उन्होंने चोर के पीछे चिल्लाते हुए ‘चोर’ कहा, तो आसपास के स्थानीय लोग घटनास्थल पर एकत्र हो गए और चोर को पकड़ने में मदद की। इसके बाद, स्थानीय लोगों ने ना सिर्फ चोर को पकड़ लिया, बल्कि उसकी बुरी तरह धुनाई भी की, ताकि उसे उसकी हरकत का एहसास हो सके।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में बाइक चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। चोरों के इस दुस्साहस से लोग काफी नाराज हैं और वे खुद से ऐसे अपराधियों को पकड़ने की जिम्मेदारी उठा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने एकजुट होकर यह चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने चोरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की, तो वे खुद ही चोरों को पकड़ने और उन्हें सजा देने का काम करेंगे। उनका कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय लोगों को भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए।

स्वभाविक रूप से, इस प्रकार की घटनाएं न केवल समाज के लिए चिंता का विषय हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि पुलिस और प्रशासनिक तंत्र किस हद तक सक्षम हैं। यदि उचित उपायों की कमी रहेगी, तो अराजकता का माहौल बनने से कोई नहीं रोक सकता। लोगों ने एकमत होकर कहा कि वे चोरों के खिलाफ अपने-अपने स्तर पर सख्ती बरतेंगे, ताकि वे समाज में सुरक्षा और कानूनी व्यवस्था को बनाए रख सकें।

इस घटना ने यह भी संकेत दिया है कि सरकार और प्रशासन को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो स्थानीय लोग कानून हाथ में लेने के लिए मजबूर हो सकते हैं, जो अंततः समाज में और भी अनिश्चितता और अराजकता पैदा करेगा। जल्द ही, प्रशासन को इस समस्या को हल करने के उपायों पर विचार करना चाहिए ताकि स्थानीय निवासियों में विश्वास बहाल हो सके।