अबोहर के रुकनपुरा गांव में एक निहंग ने तलवंडी साबो के गुरूद्वारे की प्रबंधक कमेटी पर मारपीट और बेअरामी के गंभीर आरोप लगाए हैं। घायल निहंग का नाम प्रगट सिंह है, जिसकी उम्र लगभग 50 वर्ष है। उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रगट सिंह ने बताया कि वह तलवंडी साबो में रहकर निहंग का कार्य करता है और धार्मिक कामों में सक्रिय भागीदारी निभाता है। वह अमृत पान कर चुका है और उसकी पूरे धार्मिक समुदाय में एक पहचान है।
आने वाले श्री गुरु नानक देव जी के प्रकट दिवस के अवसर पर, सभी गुरूद्वारे को साफ-सफाई का काम किया जा रहा था। प्रगट सिंह ने कहा कि उसके सेवारत होने के कारण उसे तलवंडी साबो की कमेटी द्वारा रुकनपुरा के गुरूद्वारे में ड्यूटी पर लगाया गया। जब वह कल गुरूद्वारे में सफाई कार्य के लिए गया, तो वहां की प्रबंधक कमेटी ने उसे छोटी जाति से संबंधित होने के बहाने प्रवेश नहीं दिया। इससे न केवल उसकी भावनाओं को ठेस पहुँची, बल्कि उसे गाली-गलौज करते हुए मारपीट भी किया गया।
प्रगट सिंह ने अपने साथ हुए अमानवीय बर्ताव के बारे में बताया कि जब वह अपने धार्मिक पहरावे में वहां गया, तो प्रबंधक कमेटी ने उसकी दस्तार और अन्य पहरावों की बेअदबी की। उसके साथ हुए इस अपमानजनक व्यवहार के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी स्थिति को देखकर उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
इस घटना की सूचना मिलने के बाद थाना खुईयां सरवर की पुलिस ने कहा है कि यह मामला आपसी झगड़े का प्रतीत होता है। पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच आरंभ कर दी है। सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने इस घटना की गंभीर निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
यह घटना न केवल समाज में जातिवाद की निरंतर बढ़ती समस्या को दर्शाती है, बल्कि यह धार्मिक आस्था और संवेदनाओं के प्रति असम्मान का भी प्रतीक है। इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाएंगे, यह देखना महत्वपूर्ण होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। समाज को निश्चित रूप से इस प्रकार के भेदभाव और अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।