कन्हाईगुड़ा अंधे कत्ल के मामले में 40 दिनों के बाद हत्या के तीन आराेपित गिरफ्तार
बीजापुर, 20 सितंबर (हि.स.)। जिला मुख्यालय के पास कन्हाईगुड़ा जंगल में 10 अगस्त को शिविरपारा निवासी 30 वर्षीय युवती का शव मिला था, जिसमें युवती क गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। इस अंधे कत्ल के मामले में 40 दिनों के बाद बीजापुर पुलिस ने हत्या में शामिल तीन आराेपितों नंदू मांझी, मंगल मांझी और उनके पिता सुखनाथ मांझी उर्फ फोटकू को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू और अन्य साक्ष्य बरामद कर गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई उपरांत आज शुक्रवार काे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से आदेशानुसार जेल दाखिल कर दिया गया है। इस सफलता के लिए बीजापुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने पूरी टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 10 अगस्त को मृतक सरस्वती कड़ियामी के गुमशुदा होने की सूचना उसके भाई फूलचंद कड़ियामी ने बीजापुर थाने में दी। सरस्वती सुबह धान रोपाई के लिए सागवाही खेत की ओर निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। पुलिस ने जांच के दौरान कन्हाईगुड़ा जंगल में सरस्वती का चप्पल और झोला पाया और सघन सर्च ऑपरेशन के दौरान 100 मीटर की दूरी पर उसका शव नाले में फंदे से लटका मिला। युवती के शव के पोस्टमार्टम से खुलासा हुआ कि सरस्वती की हत्या गला रेतकर की गई थी, जिसे आत्महत्या का रूप देने के लिए फंदे पर लटकाया गया। पुलिस ने इसे हत्या मानते हुए जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस ने 500 से अधिक कॉल रिकॉर्ड खंगाले और 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की।
अंततः नंदू मांझी और उसके भाई मंगल मांझी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के बाद उन्होंने सरस्वती की हत्या करना स्वीकार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तीनों हत्यारे उसके मंगल साय मांझी, नंदू मांझी, सुखनाथ मांझी रिश्तेदार हैं तथा युवती द्वारा शादी से मना करने और अपमानित करने को लेकर नाराज चल रहे थे। हत्या वाले दिन सगवाही गांव में चल रहे रोपाई में जुटे परिजनों को 10 अगस्त को खाना पहुंचाने निकली युवती को अकेला पाकर उसे धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दिया। और साक्ष्य छुपाने के लिए नाले के पास औंधे लटका कर फांसी का रूप दिया गया था।
एसपी जितेंद्र यादव द्वारा गठित पुलिस की टीम में एएसपी वैभव बैंकर, एएसपी चंद्रकांत गवर्रना के मार्गदर्शन में डीएसपी तुलसीराम लेकाम के नेतृत्व में थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा, निरीक्षक वीरेंद्र श्रीवास्तव, मुकेश पटेल, शिव कुमार खूंटे, रिजवान अहमद, प्रमिला नागे, राजेश सिंह बेरू, राजकुमार नेताम, विद्याभूषण भारद्वाज, मुकेश पटेल, विवेकानंद पटेल सहित अन्य शामिल थे।
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