सत्संग से पापी व्यक्ति भी सुधर जाता है : लक्ष्मण महाराज

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सत्संग से पापी व्यक्ति भी सुधर जाता है : लक्ष्मण महाराज

खूंटी , 15 सितंबर (हि.स.)। महर्षि मेंही आश्रम शांतिपुरी मुरहू में 15 दिवसीय ध्यानाभ्यास कार्यक्रम का समापन रविवार को धूमधाम से हो गया। स्तुति प्रार्थना और ग्रंथ पाठ के पश्चात प्रवचन कार्यक्रम में स्वामी लक्ष्मणजी महाराज ने कहा कि मनुष्य जीवन दुर्लभ है, इसके लिए देवता भी तरसते हैं, कारण सत्संग भक्ति ध्यान मानव तन से ही हो सकता है,जिसके माध्यम से मोक्ष की प्राप्ति, ईश्वर का दर्शन और आवागमन के चक्र से छुटकारा मिलता है। अतः सत्संग बड़े भाग्यशाली को ही मिलता है।

बिना ईश्वर की कृपा सत्संग नहीं मिलता, और सत्संग के बिना विवेक नहीं आ सकता। उन्होंने कहा कि ध्यान योग से ही साधु -संत और मनुष्य अपने जीवन को सफल बनाते हैं। भक्ति में कोई जाति,उंच नींच या बड़ा छोटा नहीं होता। बुरा से बुरा पापी सत्संग से सुधर जाता है।डाकू लुटेरा अंगुली माल वाल्मीकि ऋषि बन जाता है। गुरु भक्ति, गुरु मंत्र और सत्संग ध्यान से सारे दुःख कष्ट समाप्त हो जाते हैं।

भागलपुर के स्वामी परमानन्द जी महाराज ने कहा कि गुरु भक्ति, ईश्वर भक्ति पक्की होनी चाहिए, कारण कच्चे सरसों से तेल नहीं निकलता। हमें सत्संग रूपी जमीन में भक्ति रुपी बीज बोने चाहिए, तभी सुख शांति समृद्धि रूपी फसल मिलेगा। स्वामी राजेन्द्र महाराज ने कहा कि स्तुति प्रार्थना और उपासना करनी चाहिए, गुरु ईश्वर का गुणगान करना, सद्गुरु के समीप रहना और समर्पित होकर सत्संग ध्यान भक्ति करने से कोई कार्य दुर्गम या असंभव नहीं है।

इस मौके पर विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, काशीनाथ महतो सहित अन्य लोगों ने भी आश्रम पहुंच कर आशीर्वाद प्राप्त किया।कार्यक्रम में डॉ डीएन तिवारी, संजय कुमार, आशुतोष भगत,ब्रह्मचारी मुरलीधर,बीरु कुमार, सोनामुनी देवी, सुनीता कुमारी,जूरन मुंडा, सुबोध कुमार,सूरजमल प्रसाद,सगुन दास,गोला मुंडा , उपेन्द्र नाथ गोप,दुखेंद्र ठाकुर, हरीद्वार ठाकुर,सूरज गुप्ता , सुनील रजक, धर्मेंद्र ठाकुर,दुरजू कुम्हार मनु साव, बलराम भगत, हेमंत भगत,धीरज कुमार आदि उपस्थित थे।

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