देहरादून, 19 जून (हि.स.)। देश-दुनिया को रिझाने के लिए कुमाऊं मंडल के साथ अब गढ़वाल मंडल के अल्पज्ञात पौराणिक स्थलों की सैर कराने की तैयारी है। इसके लिए मानसखंड एक्सप्रेस की तर्ज पर केदार बद्री कार्तिक (मुरूगन) कोइल यथिराई नामक एक्सप्रेस शुरू की गई है।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आईआरसीटीसी के सहयोग से गढ़वाल क्षेत्र की यात्रा के लिए केदार बद्री कार्तिक (मुरूगन) कोइल यथिराई नामक एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की है, जो 20 जून को 165 यात्रियों के साथ मदुरई से रवाना होगी। यह ट्रेन चेन्नई, विजयवाड़ा, वारंगल, नागपुर, भोपाल, झांसी, ग्वालियर, आगरा आदि होते हुए 23 जून को योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। श्री केदारनाथ धाम, श्री बद्रीनाथ धाम और श्रीकार्तिक स्वामी मंदिर की यात्रा के लिए सभी पर्यटकों के लिए होटल, बस, टैक्सी आदि की व्यवस्था पैकेज के रूप में आईआरसीटीसी ने की है। 12 रातें 13 दिनों की इस यात्रा में सभी यात्रियों को केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ धाम और कार्तिक स्वामी मंदिर आदि की यात्रा कराई जाएगी। साथ ही ट्रेन में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को पहाड़ी व्यंजन भी परोसे जाएंगे।
कार्तिक स्वामी रुद्रप्रयाग जिले के पवित्र पर्यटक स्थलों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव के पुत्र भगवान कार्तिकेय अपने माता-पिता से क्रोधित होकर यहां आए थे और तब उन्होंने यहां पर अपने शरीर की हड्डियां अपने पिता एवं मांस अपनी माता को दिया था। ये हड्डियां अभी भी मंदिर में मौजूद हैं, जिन्हें हजारों भक्त पूजते हैं। दक्षिण भारत में भगवान मुरूगन के नाम से प्रसिद्ध भगवान कार्तिकेय का उत्तर भारत में स्थित यह एकमात्र मंदिर है।
ज्ञात हो कि उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद व आईआरसीटीसी ने संयुक्त रूप से उत्तराखंड के विभिन्न प्रमुख और अल्पज्ञात स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड एक्सप्रेस नामक एक विशेष पर्यटक ट्रेन शुरू की है, जिसकी प्रथम यात्रा 22 अप्रैल एवं दूसरी यात्रा 22 मई को सफलता पूर्वक संचालित की गई। इसमें पर्यटकों को कुमाऊं मंडल के विभिन्न प्रमुख एवं अल्पज्ञात पर्यटन स्थलों की यात्रा कराई गई।
पर्यटन सचिव व उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन कुर्वे ने बताया कि कुमाऊं मंडल के विभिन्न पर्यटन स्थलों के भ्रमण के लिए संचालित ट्रेन की पहली एवं दूसरी यात्रा की सफलता के बाद अब गढ़वाल क्षेत्र के लिए केदार बद्री कार्तिक (मुरूगन) कोइल यथिराई नामक एक्सप्रेस शुरू की गई है। इसके उपरांत माह जुलाई में केरल तथा आंध्र प्रदेश से उक्त ट्रेन संचालित करने की योजना बनाई जा रही है। कुर्वे ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की यह अनूठी पहल भारत में प्रथम प्रयास है। इसमें पर्यटक ट्रेन के माध्यम से अल्पज्ञात स्थलों में पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।
ट्रेन का सफर 3एसी होगा। हालांकि पर्यटकों की सुविधा बढ़ाने के लिए ट्रेन के एक कूपे में केवल चार ही बर्थ बुक की गई हैं। ट्रेन के बाहर उत्तराखंड की समृद्ध प्राकृतिक, सांस्कृतिक, स्थापत्य और आध्यात्मिक विरासत प्रदर्शित की गई है। पैंटी कार कोच में उत्तराखंड के विभिन्न व्यंजनों को दर्शाया गया है। एक कोच में विभिन्न लोक त्योहारों को दर्शाया गया है तो दूसरे कोच पर राज्य के विभिन्न परिधान पहने हुए लोग हैं। डिब्बों पर विभिन्न मंदिरों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों को भी दर्शाया गया है।