केजरीवाल को जेल भेजे जाने पर भाजपा ने कहा- कोर्ट का फैसला तथ्यों पर आधारित

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नई दिल्ली, 1 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कथित शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल भेजे जाने का स्वागत करते हुए कोर्ट के फैसले को तथ्यों पर आधारित बताया। पार्टी ने भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी सहित पूरे विपक्षी आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन पर कड़ा प्रहार किया।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आप सबने देखा कि कल भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरे हुए स्वघोषित कट्टर ईमानदार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार के पुराने आरोपितों और पुराने गुनाहों में आबद्ध रहे राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया है।

उन्होंने कहा कि आज कोर्ट का फैसला तथ्यों पर आधारित था। तथ्यात्मक आधार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। भाजपा नेता ने कहा कि जिन आरोपों से विपक्ष आरोपितों को बचाने की कोशिश कर रहा था, वे गंभीर आरोप हैं। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने सीएम बनते ही अपना ‘गुरु’ बदल लिया। अब उनके ‘गुरु’ लालू प्रसाद यादव हैं।”

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल ने हिरासत में रहकर सियासत चलायी है और अब वह बिल्कुल चुप हो गये हैं। न्यायिक हिरासत में रहते हुए भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। इससे साफ पता चलता है कि पूरा विपक्ष एक भ्रष्ट झूठ बोलने वाले को बचाने की कोशिश कर रहा है।

त्रिवेदी ने कहा कि इस तथ्यात्मक आधार से बड़ा संवैधानिक और नैतिक प्रश्न खड़ा हो रहा है। क्योंकि वो हिरासत से सत्ता की सियासत करने वाले मुख्यमंत्री तो रह ही चुके थे और अभी तक उन्होंने ज्यूडिशियल कस्टडी के बाद भी कोई उत्तर नहीं दिया है। इससे ये बहुत साफ हो जाता है कि सारा विपक्ष जिस आरोपित को बचाने का प्रयास कर रहा था, न्यायालय की दृष्टि में उसपर गंभीर आरोप लगे हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मीडिया में इस प्रकार की रिपोर्ट आई है कि केजरीवाल ने वहां नाम लिया है कि मुख्य आरोपित विजय नायर आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करते थे। इससे ये बात भी स्पष्ट होती जा रही है कि केजरीवाल ईडी के सामने आने से क्यों बच रहे थे।