वकील ने चला नया दांव निर्भया केस में दोषी विनय को बचाने के लिए, चुनाव आयोग में दाखिल की याचिका

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नई दिल्ली। निर्भया केस में दोषी विनय शर्मा के वकील ने फांसी से बचाने के लिए एक नया दांव चला है। इस बार विनय शर्मा के वकील ने चुनाव आयोग में एक याचिका दाखिल करते हुए कहा है कि जिस समय मंत्री मनीष सिसोदिया ने विनय की दया याचिका को खारिज करने के लिए हस्ताक्षर किए थे उस समय दिल्ली में चुनाव आचार संहिता लागू था। ऐसे में मनीष सिसोदिया दया याचिका खारिज करने के लिए दस्तखत नहीं कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा किया।

इससे पहले निर्भया रेप और मर्डर केस के एक दोषी विनय शर्मा ने जेल में अपने आप को घायल कर लिया था ताकि उनकी फांसी रुक जाए। आपको बताते जाए कि कोर्ट ने फांसी के लिए 3 मार्च का दिन तय कर दिया है।

तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि 2012 के दिल्ली गैंगरेप मामले में दोषी विनय कुमार ने खुद को चोटिल पहुंचाने का प्रयास किया था। विनय कुमार ने खुद का सिर दीवार पर दे मारा। 16 फरवरी को हुई इस घटना में विनय को कुछ हल्की चोटें आई हैं। इस मामले में वकील एपी सिंह का कहना है कि नया डेथ वारंट जारी होने के बाद से विनय की मानसिक स्थिति खराब हो गई हैं। इसने अपनी मां को भी पहचानने से इनकार कर दिया है। जेल अधिकारियों का कहना है कि विनय की हालत ठीक है।

जेल अधिकारियों ने बताया कि फांसी की सजा पाने वाले दोषी कई बार हिंसक बर्ताव पर उतर जाते हैं, ऐसे में अगर दोषी को चोट पहुंचती है तो फांसी को कुछ वक्त के लिए और टाला जा सकता है। जेल अधिकारियों का कहना है कि दोषी अगर घायल हो जाता है या उसके वजन में कमी आती है तो ठीक होने तक फांसी को टाल दिया जाता है।