नई दिल्ली। दिल्ली में शाहीन बाग के पास फायरिंग करने वाले युवक कपिल गुर्जर के परिवार ने बताया कि वह कट्टरपंथी लड़का नहीं है। वह तो एक सामान्य लड़का है लेकिन शाहीन बाग में रोड ब्लॉक की वजह से उसे ज्यादा दूरी तय करनी पड़ रही थी, इसकी वजह से वह चिढ़ गया था।
आपको बताते जाए कि कपिल गुर्जर ने शनिवार को शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन स्थल के पास हवा में फायरिंग की थी, इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया है।
कपिल के भाई का कहना है कि उसे किसी ने भड़काया है। कपिल के मुस्लिम दोस्त थे जो त्योहारों में घर भी आते थे। कपिल दल्लुपुरा गांव में डेयरी का बिजनेस करता है, दल्लुपुरा पूर्वी दिल्ली में दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा के पास स्थित एक गांव है।
कपिल के चाचा ने बताया कि सामान्य दिनों में उसे बदरपुर डेयरी पहुंचने (दक्षिण दिल्ली) में दो घंटे का समय लगातऔर उसे लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी. लेकिन प्रदर्शन की वजह से उसे 35 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी और वह एक बजे रात घर पहुंचता था। कपिल के चाचा ने बताया कि वह इन सब चीजों से परेशान था, लेकिन इतना भी परेशान नहीं था कि वो कुछ गोली चलाने जैसा कदम उठा लें।
कपिल के परिवार का एक छोटा डेयरी बिजनेस दल्लुपुरा में है, जबकि डेयरी का ही बड़ा बिजनेस बदरपुर में है। कपिल के चाचा ने दावा किया कि कालिंदी कुंज में रोड नंबर 13 बंद होने की वजह से उसका बिजनेस प्रभावित हो रहा था।
कपिल के पिता गजे सिंह ने बताया कि वह 12 दोपहर तक घर में थे, इसके बाद ऑफिस के लिए निकल गए। उन्होंने कहा कि उस वक्त तक कपिल घर में ही था, बाद में मुझे सूचना मिली कि उसने शाहीन बाग में गोली चला दी है। गजे सिंह बीएसपी के टिकट पर जंगपुरा से विधानसभा का चुनाव भी दिल्ली में लड़ चुके हैं।
कपिल गुर्जर 25 साल का है, वो शादी-शुदा है और उसे एक साल की एक बेटी है। कपिल रिपोर्टर बनना चाहता था, लेकिन उसने बीच में पढ़ाई छोड़ दी और परिवार के डेयरी बिजनेस में जुड़ गया। दल्लुपुरा में उसका दो मंजिला मकान है, रिपोर्ट के मुताबिक वसुंधरा के एक स्कूल से उसने पढ़ाई की उसके दिल्ली के एक कॉलेज से वो मीडिया कोर्स कर रहा था।