नहीं बने गोल्डन कार्ड तो महिला स्वास्थ्यकर्मियों का रोका वेतन

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आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड नहीं बनाने पर भोजपुर ब्लॉक में महिला स्वास्थ्यकर्मियों का दिसंबर माह का वेतन रोक दिया गया है। इसके विरोध में स्वास्थ्य कर्मचारियों सीएमओ को पत्र लिखकर वेतन दिलाने की मांग की। उनका कहना है कि वे सभी कार्य कर रही हैं, लेकिन गोल्डन कार्ड बनवाने में लाभार्थी ही रुचि नहीं दिखा रहे हैं। पत्र में गीता, अनिता, रंजिता रीता आदि समेत 25 महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साइन हैं। सीएमओ ने मामले का संज्ञान लेने और अधिकारियों से जानकारी करने के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बता दें कि शासन स्तर से आयुष्मान योजना के प्रत्येक लाभार्थी का गोल्डन कार्ड बनवाए जाने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।

शासन स्तर से इसकी जिम्मेदारी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सौंपी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने ब्लॉक में तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों को इसकी जिम्मेदारी दी थी। ब्लॉक स्तर पर तैनात महिला स्वास्थ्यकर्मियों के पास प्रसव, टीकाकरण, संक्रामक रोगों की रोकथाम और अन्य केंद्रीय योजनाओं की जिम्मेदारी है। भोजपुर ब्लॉक में तैनात 25 महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने सीएमओ को पत्र लिखा है। पत्र में बताया गया कि ब्लॉक में गोल्डन कार्ड बनवाने का लक्ष्य पूरा नहीं होने पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के उनका दिसंबर का वेतन रोक दिया है। महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने वेतन रोके जाने का विरोध जताया है। पत्र में कहा गया कि आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनवाने में कई परेशानियां आ रहीं हैं। अधिकांश लाभार्थियों के पास आधार कार्ड नहीं हैं। इसके अलावा बहुत से लाभार्थी क्षेत्र से पलायन कर चुके हैं, जो हैं उनके परिवार के फिंगर प्रिंट का डाटा उपलब्ध नहीं है। बहुत से ऐसे भी हैं जो गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए साफतौर पर इनकार कर रहे हैं।