19HREG502 आम आदमी पार्टी ने ‘स्कूल चलें हम’ अभियान को बताया दिखावा
भोपाल, 19 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था और स्कूल चलें हम अभियान को लेकर आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार का प्रदेश के सरकारी स्कूलों और शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने पर फोकस ही नहीं हैं। प्रदेश के सरकारी स्कूलों के भवन जर्जर हो चुके हैं और बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे हैं। सैकड़ों गांवों में तो स्कूल पेड़ के नीचे और चबूतरे पर लग रहे हैं। स्कूल में न तो शिक्षक हैं और नहीं सुविधाएं। बच्चों को टॉयलेट के लिए भी बाहर जाना पड़ रहा है। जिसके कारण लोग सरकारी स्कूलों में बच्चियों को भेजने में डरते हैं।
रानी अग्रवाल ने बुधवार को अपने बयान में कहा कि प्रदेश की सरकार स्कूल चलें हम अभियान के तहत बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित तो कर रही है लेकिन बच्चे स्कूल जाएंगे तो बैठेंगे कहां, उन्हें पढ़ाएगा कौन, उनके पीने के पानी की व्यवस्था और टॉयलेट की व्यवस्था ही स्कूलों में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 8 हजार स्कूल सिर्फ एक टीचर के भरोसे चल रहे हैं। जबकि ग्रामीण इलाकों में तो हालत और भी खराब है। 93 फीसदी स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के स्कूलों में टीचर और सुविधाएं न होने के कारण 5 सालों में करीब 3.5 छात्रों ने स्कूल छोड़ा है।
रानी अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों की दशा न सुधरने के पीछे एक बड़ी वजह भ्रष्टाचार भी है। उन्होंने कहा कि सीएम राइज स्कूल मुख्यमंत्री की एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है लेकिन स्कूलों के लिए इंटीग्रेटिड मैनेजमेंट सिस्टम डवलप करने के लिए निकाले गए टेंडर में ही बड़ा फर्जीवाड़ा कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अफसरों ने भ्रष्टाचार करने के लिए बोस्टन कंसल्टेंसी ग्रुप का सिलेक्शन किया और इसके जरिए व्यापक भ्रष्टाचार किया गया। टेंडर में फर्जी,संदिग्ध और कूटचरित दस्तावेजों का उपयोग करने वाली कई फर्मों को क्वालीफाई कर दिया गया। जबकि ये फर्म अपात्र हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए।
आप की प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार स्कूल शिक्षा विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार को रोकना चाहिए और जांच करानी चाहिए। वहीं सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए।