21HREG86 धर्म नगरी हरिद्वार में स्वप्निल पॉड टैक्सी योजना के तहत पेड़ काटना दुर्भाग्यपूर्ण
हरिद्वार, 21 फ़रवरी (हि.स.)। धर्मनगरी में स्वप्निल योजना के अंतर्गत 20 किलोमीटर के दायरे में 240 पेड़ों पर योजना के अंतर्गत काटने के प्रस्ताव के खिलाफ उदय भारत सिविल सोसायटी ने सिटी मजिस्ट्रेट को एक ज्ञापन सौंपकर स्वप्निल योजना के अंतर्गत नए पेड़ लगाए जाने की योजना को भी शामिल करने की मांग की।
ज्ञापन में कहा कि योजना के अंतर्गत पेड़ लगाने की योजना शामिल हो और उन पेड़ों को विकसित करने की जिम्मेदारी भी तय की जाए। परियोजना को इस तरह प्लान किया जाए कि पेड़ों को काटने की जरूरत ही ना पड़े।
उदय भारत सिविल सोसायटी के पदाधिकारियों ने कहा कि उदय भारत सिविल सोसाइटी स्वप्निल योजना के विरोध में नहीं हैं, परंतु पूरे विश्व में हो रही ग्लोबल वार्मिंग, पेड़ों के अंधाधुंध कटान के चलते मानसून परिवर्तन से एक भयावह स्थिति उत्पन्न हो रही है। आज पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग से त्रस्त है। पूरा प्रदेश आज भूस्खलन की जद में है। जोशीमठ, मसूरी, नैनीताल कर्णप्रयाग में हो रहा भूस्खलन इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। उदय भारत सोसायटी विकास विरोधी नहीं है, परंतु विकास के नाम पर विनाश को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ज्ञापन में कहा कि स्वप्निल योजना पॉड टैक्सी को 4 कार कॉरिडोर में विभाजित किया है, जिसमें पहले कॉरिडोर में सबसे अधिक पेड़ सिटी अस्पताल से देश रक्षक कॉरिडोर के बीच 104 पेड़ों को काटे जाने का प्रस्ताव है। पूरे प्रस्ताव में कहीं भी पेड़ लगाने का प्रस्ताव नहीं है जो गलत है।
भविष्य में धर्म नगरी हरिद्वार में तीन बड़ी योजनाएं प्रस्तावित हैं जिसमें भारी संख्या में पेड़ काटे जाएंगे, जोकि पर्यावरण संरक्षण के लिए हानिकारक है। योजनाओं को इस तरह तैयार करना चाहिए ताकि पर्यावरण संरक्षण में किसी प्रकार की कोई भी दिक्कत ना हो।
ज्ञापन देने वालों में संस्था के फाउंडर मेंबर अनिल सती, ओपी मिश्रा, एडवोकेट कुलदीप खंडेलवाल, मयंक गुप्ता, संजू नारंग, पवन कुमार धीमान और धीरज पीटर मौजूद रहे।