30HREG330 कन्नौज: तकनीकी विशेषज्ञों ने बताये आईएसओ सर्टिफिकेशन के तरीके
– जिलाधिकारी ने दिया तकनीकी दक्षता अपनाने पर जोर
कन्नौज, 30 जनवरी (हि.स.)। जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के गांधी सभागार में आईएसओ सर्टिफिकेशन सिस्टम के संबंध में बैठक संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि आईएसओ अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन व्यवसाय के उत्पाद और उनके द्वारा दी जा रही सेवाओं की गुणवत्ता सुरक्षा और दक्षता की जांच कर उन्हें प्रमाण पत्र जारी करता है। कहा कि पहले कार्य ऑफलाइन होते थे, फिर ऑनलाइन, डिजिटल के माध्यम से हो रहे हैं समय के साथ चेंज आता है। अब नए युग में नई नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग हो रहा है। किस आधार पर किसी चीज को हां या ना कर रहे हैं जिससे जीवन आसान हुआ है हम सबको माइंड सेट करना होगा।
उन्होंने कहा कि जितने भी प्रोसेस हो नीट एंड क्लीन होना चाहिए, सभी लोग चैन सिस्टम के रूप में कार्य करते हैं इस सिस्टम में सुधार लाना होगा और माइंडसेट करके कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि गवर्नमेंट सिस्टम में करैक्टर की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है, कार्य के प्रति लगाव होना चाहिए, जो जिसका कार्य है उसको समय से पूर्व ही कर लेना चाहिए और कोई भी कार्य पेंडिंग नहीं होना चाहिए। अपने कार्य में निष्पक्षता व ईमानदारी और गुणवत्ता लानी होगी, प्रत्येक कार्य को प्राथमिकता से करना चाहिए, तभी अपने देश, प्रदेश व जनपद में विकास होगा। इस प्रक्रिया को आगे लेकर बढ़ें जिससे जनपद वासियों को कुछ बेहतर दे सकें।
आईएसओ मैनेजर बलराम गोविंदराव ने बताया कि आईएसओ का हेड ऑफिस जिनेवा स्विट्जरलैंड में है।उन्होंने कहा कि अपने अपने कार्य में क्या काम करते हैं और अपने मुख्यालय का स्कोप क्या है, उसे डवेलप कैसे करें उसी बेस पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आईएसओ द्वारा दिए गए प्रमाण पत्र से व्यापार की विश्वसनीयता बढ़ती है और ज्यादा से ज्यादा ग्राहक जोड़ने में यह मददगार होता है। प्रमाण पत्र जारी करने से पहले किए गए गुणवत्ता जांच व्यापार में सुधार लाने में मदद करता है। उन्होंने आईएसओ 9001:2015 सर्टिफिकेशन सिस्टम के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) गजेंद्र कुमार, डिप्टी कलेक्टर गरिमा सिंह, डिप्टी कलेक्टर अविनाश कुमार गौतम सहित कलेक्ट्रेट के समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे।