06HREG53 आर्थिक संकट के बाद भी पास की जेआरएफ परीक्षा
गोंडा 06 नवंबर (हि.स.) दृढ़ इच्छाशक्ति मेहनत लगन व समर्पण से ही जीवन में सफलता का शंखनाद किया जा सकता है। कुछ ऐसा ही एक गुदड़ी के लाल ने कर दिखाया है। आर्थिक संकट भी इन्हें डिगा न सका शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित यूजीसी की जेआरएफ परीक्षा पास कर अपने माता-पिता के साथ जिले का नाम रोशन किया है। गरीब छात्रों के लिए भी वे प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।
जिले के मनकापुर ब्लॉक के धुसवा खास गांव के आशुतोष त्रिपाठी ने नेशनल एजेंसी के बैनर तले आयोजित जूनियर रिसर्च फेलोशिप परीक्षा पास की है। हिंदी साहित्य विषय से आशुतोष ने जेआरएफ परीक्षा पास कर गांव और परिजनों का मान बढ़ाया है। बहुत ही मुफलिसी में धर्मनगरी काशी और फिर देश की राजधानी दिल्ली में पढ़ाई की और अब इस परीक्षा को पास कर जिंदगी की मुश्किलें थोड़ी आसान कर ली है। आशुतोष के पिता अनंतराम त्रिपाठी पूजा-पाठ करा कर परिवार का जीवन-यापन करते हैं। इसी कमाई से उन्होंने अपने बेटे आशुतोष और बेटी को दिल्ली पढ़ाई के लिए भेजा। आशुतोष ने शुरुआती पढ़ाई गांव से की और फिर धर्म नगरी काशी से मैट्रिक की परीक्षा पास की। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू कॉलेज से भौतिक विज्ञान विषय से स्नातक किया। वहीं परिवार में संस्कृत भाषा का माहौल और पूजा पाठ की पृष्ठभूमि से होने के नाते हिंदी की तरफ लगाव हुआ और हिंदी साहित्य विषय से इस परीक्षा में शामिल हुए। 2022 में आए इस नतीजे में हिंदी साहित्य से महज 94 छात्र- छात्राओं ने बाजी मारी है। इस परीक्षा में करीब डेढ़ लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी। आशुतोष ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद व गुरुजनों के मार्गदर्शन को दिया है। इस सफलता के लिए मंत्री रमापति शास्त्री, भाजपा के वरिष्ठ नेता पुष्कर मिश्रा, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि चंद्रमणि त्रिपाठी और स्थानीय लोगों ने बधाई दी है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। वहीं स्थानीय लोग आशुतोष को उसकी सफलता पर शुभकामनाएं देने घर भी पहुंचे।