15HREG393 सीएचओ अंजनी भारती ने अपने एचडब्ल्यूसी पर पहले खुद का कराया प्रसव, फिर दूसरों को किया प्रेरित
-हौसले कर्तव्य परायणता की नजीर पेश कर मातृत्व अवकाश लिये बगैर भी जारी रखा सुरक्षित प्रसव कराने का अभियान
-हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर डेढ़ वर्ष में दो सौ प्रसव करा कायम की मिसाल
वाराणसी, 15 अक्टूबर (हि.स.)। आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के करघना (प्रथम) हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) अंजनी भारती ने कर्तव्य परायणता की नजीर पेश की है। सीएचओ अंजनी ने सामान्य परिवार की गर्भवती महिलाओं में भरोसा जगाने के लिए खुद का प्रसव तो अपने सेंटर पर कराया ही मातृत्व अवकाश लिए बगैर वह सुरक्षित प्रसव कराने के अभियान में जुटी रहीं। नतीजा हुआ कि मात्र डेढ़ वर्ष के भीतर वह अपने सेंटर पर दो सौ सुरक्षित प्रसव कराकर हौसले व कर्तव्य परायणता की एक मिसाल बन चुकी है। ‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों’ को जीवन में उतारने वाली अंजनी के कार्य से स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी गदगद है।
-केन्द्रीय दल के साथ ही प्रमुख सचिव ने भी सराहा
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि सीएचओ अंजनी भारती के उत्कृष्ठ कार्यों की हर ओर सराहना हो रही है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा गठित ज्वांइट सपोर्टिव सुपरविजन एवं मॉनिटरिंग टीम ने गत दिनों वाराणसी का दौरा किया था। इस दल ने अंजनी भारती के कार्यों की सराहना करते हुए इससे सम्बन्धित रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भी दी। सीएमओ ने बताया कि बीते शुक्रवार को लखनऊ के एनेक्सी भवन में आयोजित बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने अंजनी भारती के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें प्रशस्तिपत्र देने की घोषणा की है।
-इस तरह बढ़े सफलता के कदम
करघना (प्रथम) के हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के सीएचओ के रूप में अंजनी भारती ने फरवरी 21 में पदभार संभाला। उन दिनों इस सेंटर पर प्रसव काफी कम होते थे। क्षेत्र की गर्भवती प्रसव के लिए दूसरे अस्पतालों का सहारा लेती थी। पदभार संभालने के साथ ही अंजनी भारती ने अपने कार्यों को करते हुए आशा कार्यकर्ताओं की मदद से क्षेत्र के गांवों में गर्भवतियों को अपने हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर प्रसव के लिए प्रेरित किया। नतीजा हुआ कि वहां प्रसव की संख्या बढ़ गयी। इसी दौरान अंजनी भारती खुद गर्भवती हो गयी। वह पहली बार मां बनने जा रही थी। उन्होंने फैसला लिया कि वह अपना प्रसव भी अपने वेलनेस सेंटर पर ही कराएंगी। एक अप्रैल 2022 को अंजनी ने अपने ही वेलनेश सेंटर पर बेटी को जन्म दिया।
अंजनी भारती बताती हैं कि उनका सुरक्षित प्रसव कराने में एएनएम सुप्रिया, आशा कार्यकर्ता उर्मिला व दाई कमला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर अनुप कुमार मिश्र बताते हैं कि प्रसव के बाद अंजनी भारती ने छह माह का मिलने वाला मातृत्व अवकाश भी नहीं लिया। तीन दिनों बाद ही उन्होंने अपनी ड्यूटी शुरू कर दी। सुरक्षित प्रसव कराने के अपने अभियान में वह जुटी रही। नतीजा हुआ कि महज डेढ़ वर्ष के भीतर वह 200 प्रसव और अपने हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर करा चुकी है।