– प्रदेश में कोई भी घर, इलाज और शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा, प्रत्येक पात्र को मिलेगा योजना का लाभ
भोपाल, 15 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य शासन का संकल्प है कि प्रदेश की धरती पर कोई भी परिवार बिना जमीन और बिना घर के नहीं रहेगा। कोई भी गरीब इलाज से वंचित नहीं रहेगा, कोई मेधावी विद्यार्थी धन के अभाव में शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा, कोई भी बच्चा बेसहारा नहीं रहेगा, कोई भी परिवार साफ पीने के पानी से वंचित नहीं रहेगा और कोई भी पात्र हितग्राही शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहेगा।
मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को मोतीलाल नेहरू स्टेडियम भोपाल में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह में ध्वजारोहण किया। पुलिस बैंड की धुन के साथ राष्ट्र गान हुआ। मुख्यमंत्री को परेड की सलामी ली। उन्होंने प्रदेश की जनता से इन क्षेत्रों में सरकार के साथ मिल कर काम करने की अपील करते हुए कहा कि बेटी बचाना, नशा मुक्त समाज बनाना, ऊर्जा की बचत, पानी बचाना, पेड़ लगाना और स्वच्छता में सक्रियता से भाग लेना प्रत्येक प्रदेशवासी का कर्त्तव्य है। उन्होंने प्रदेशवासियों को अपने इन नागरिक कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित किया।
भारी बारिश के बीच समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है मानों प्रकृति मेघ मल्हार गाकर आजादी की वर्षगाँठ मना रही हो। चौहान ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश में वंचित आवासहीनों को आवास उपलब्ध कराने “मुख्यमंत्री जन आवास” योजना लागू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की धरती पर कोई बेघर नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना में प्रत्येक व्यक्ति को आवास के लिए जमीन का टुकड़ा उपलब्ध कराया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संचालित गरीब कल्याण योजनाओं से कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित न रहे, इसके लिए प्रदेश में आगामी सितम्बर-अक्टूबर माह में विशेष अभियान चलाया जाएगा। प्रदेश में 18 सितम्बर 2022 तक पेसा एक्ट लागू कर दिया जाएगा।
चौहान ने धार जिले के कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के बांध के क्षतिग्रस्त हो जाने से बने संकट का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए टीम मध्यप्रदेश को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बांध पर आए संकट का जनता के सहयोग से जिस तरह से सामना किया गया वह डिजास्टर मैनेजमेंट का उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने बांध में पोकलेन मशीन से बांध के पानी के लिए मार्ग बनाने वाले ड्राइवरों को सम्मानित करते हुए सम्मान निधि के रूप में प्रत्येक चालक को 2-2 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की।
उन्होंने भारत भूमि के समृद्ध अतीत पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति के नये आयाम स्थापित कर रहा है। आत्म-निर्भर भारत की दिशा में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए भी राज्य सरकार की ओर से हरसंभव प्रयास जारी है। प्रदेश की आर्थिक वृद्धि दर 19.74 प्रतिशत के साथ देश में अग्रणी है। पिछले दो वर्षों में प्रदेश के पूंजी गत व्ययों में लगभग 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एक साल में एक लाख शासकीय पदों पर भर्तियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य सरकार कृषकों को ब्याज से मुक्ति दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रति हजार पर बालिकाओं का अनुपात 912 से बढ़कर 976 हो गया है। प्रदेश में यह अनुपात बराबर हो जाने तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।
परेड कमांडर सहायक पुलिस आयुक्त अभिनय विश्वकर्मा के नेतृत्व में परेड में एसटीएफ, विशेष सशस्त्र बल उत्तरी जोन एवं दक्षिण जोन, जिला पुलिस बल, हॉक फोर्स, शासकीय रेल पुलिस, विशेष सशस्त्र बल, जिला बल का महिला दल, जेल विभाग, नगर सेना, एनसीसी सीनियर विंग गर्ल्स, एनसीसी सीनियर विंग बॉयस, गाईड गर्ल्स, स्काउट और पुलिस बैंड की टुकड़ियां शामिल हुईं। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर पदक अलंकरण समारोह में राष्ट्रपति वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय कार्य के लिए प्रदत्त पदक पुलिस, होमगार्ड तथा जेल विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने समारोह में परेड के विजेताओं को शील्ड प्रदान की। आर्म्ड प्लाटून श्रेणी में एसटीएफ दल के कमांडर निर्भय पारोचे और अनआर्म्ड प्लाटून श्रेणी में एनसीसी सीनियर विंग्स गर्ल्स की सीनियर अंडर ऑफिसर जया परसोदिया को शील्ड प्रदान की गई। उन्होंने परेड में शामिल प्लाटूंस के कमांडरों से परिचय भी प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने पुलिस पदक प्राप्त अधिकारियों और जवानों के साथ ग्रुप फोटो करवाया। समारोह में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार, अधिकारी, महाविद्यालयीन एवं स्कूली विद्यार्थी और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।