अनूपपुर: वृक्षों को अपना मित्र बनाने का लें संकल्प: शीला त्रिपाठी

Share

अनूपपुर, 5 जून (हि.स.)। हमारा दायित्व है कि हम प्रकृति के साथ तालमेल को बनाए रखें। आज हमारे चारों तरफ जो बीमारियां फैल रही है, ये कहीं ना कहीं हमारा प्रकृति से रुष्ट होने के कारण हुआ है। आज हम प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं। आज की पीढ़ी को पेड़-पौधों की पूजा करने में शर्म महसूस होती है, यही वजह है कि हम बीमारियों के बीच घिरते जा रहे हैं। इसीलिए हमें इस पर्यावरण दिवस पर एक संकल्प लेना है कि हमें आज की तिथि से बल्कि अभी से ही वृक्षों को अपना मित्र बनाना होगा।

यह बात विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रविवार को श्रीशील मण्डल की अध्यक्ष शीला त्रिपाठी सहित अन्य सदस्यों ने इंगांराजवि अमरकंटक परिसर में वृक्षारोपण के बाद कही। उन्होंने कहा कि अगर पेड़ों को हम अपना मित्र बनाते हैं तो उनको कैसे खुश रखा जाए, यह भी आपको जानना होगा। इसके लिए आप अपने घर में, घर के आस-पास किसी गार्डन में, सड़क के पास, अपने दोस्तों के यहाँ, रिश्तेदारों के यहाँ पेड़-पौधे लगाएं और पेड़-पौधों को लगाने के बाद आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है और आपको समय-समय पर उन्हें खाद, पानी भी देना होगा अर्थात उनकी देखभाल छोटे बच्चों की तरह करनी होगी। जब आपने वृक्षों को अपना दोस्त बनाया है, तो उनका ख्याल भी आपको ही रखना होगा, यही है आपका संकल्प। इस संकल्प से आपके चारों तरफ बहुत सारी ऑक्सीजन उत्पन्न होगी। यह एक सकारात्मक कदम न सिर्फ आपको आगे बढ़ाएगा बल्कि पूरा समाज इससे लाभांवित होगा।

उन्होंने कहा कि एक पेड़ अपका मन भी खुश रखेगा और आपके आसपास के वातावरण को भी शुद्ध रखेगा। कोरोना महामारी के समय आपने ऑक्सीजन के लिए, अपनों को परेशान होते देखा होगा। अगर आप और हम सब एक-एक पेड़ लगाएं, तो कितने टन ऑक्सीजन बनेगी और जब तक जीवन रहेगा, तब तक यह पेड़-पौधे हमें ऑक्सीजन देते रहेंगे। एक तरह से आप अपने लिए ऑक्सीजन प्लांट तैयार करेंगे। हमारा पर्यावरण जितना स्वच्छ होगा, उतना ही बेहतर हमारा जीवन होगा। यदि हम पेड़ों का उपकार भूल जाएंगे, तो आने वाले समय में बड़ा ही पछताएंगे। बदलते समय में प्रदूषण इतनी तेजी से बढ़ रहा है जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। अगर ऐसे ही प्रदूषण बढ़ता रहेगा, तो आने वाले कुछ वर्षो में हमारी पीढ़ियों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। ऐसी भयानक समस्या को दूर करने के लिए हम सभी को पर्यावरण की सुरक्षा करने का बीड़ा उठाना होगा।” इस अवसर पर 100 से ज्यादा वृक्षों को रोपण किया गया। रोपित वृक्षों की देखभाल का संकल्प श्रीशील मण्डल के सदस्यों द्वारा एक साथ लिया गया।