मुरैना, 07 मई (हि.स.)। पुलिस ने डकैत कल्ली गुर्जर सहित 60 हजार रूपये के इनामी तीन सदस्यों को पकडक़र गिरोह का खात्मा कर दिया है। इस गिरोह के दो सदस्यों को तीन दिन पूर्व ही पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया था। शनिवार को शनिश्चरा में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में डकैत कल्ली गुर्जर घायल हो गया था, जिसे उसके भाई और बहनोई के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
पहाडग़ढ़ के स्याई की टेक में ताबड़तोड़ फायरिंग करने के बाद यह गिरोह पुलिस की आंखों की किरकिरी बन गया था। डकैत कल्ली गुर्जर के बहनोई गिर्राज के मकान को ध्वस्त करने के बाद संरक्षणदाताओं पर भी पुलिस ने शिकंजा कस दिया था। इससे डकैत फडफ़ड़ाकर हथियारों को छोड़ राजस्थान की ओर भाग गया था। शरण न मिलने पर वह वापस शनिश्चरा के जंगलों में आ गया। बीती रात गिरोह की होने की सूचना मिलने पर शनिवार को पुलिस ने जंगल में सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान डकैत कल्ली गुर्जर सहित उसके भाई बंटी व बहनोई गिर्राज को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया।
मुरैना के चांचुल गांव निवासी कल्ली गुर्जर ने अपने भाई बंटी, जितेन्द्र तथा बहनोई गिर्राज के साथ गिरोह बना लिया था। इसकी गतिविधियां अधिकतर पहाडग़ढ़ के जंगलों में चल रहीं थीं। पुलिस द्वारा दबाव दिये जाने के बाद यह गिरोह शिवपुरी – श्योपुर व ग्वालियर के जंगलों में चला जाता था। इसकी घटनाओं के कारण शिवपुरी पुलिस ने दस हजार रूपये का इनाम कल्ली पर घोषित कर दिया था। मुरैना पुलिस ने इस पर 15 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। बीते 27 अप्रैल की रात पहाडग़ढ़ थाना क्षेत्र के स्याई की टेक में नाबालिग से शादी रचाने की मंसूबे लेकर पहुंचे कल्ली गुर्जर गिरोह ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर आतंक फैला दिया था। यहां एक विधवा महिला की मारपीट कर उसकी नाबालिग बेटी से शादी करने का फरमान भी जारी किया था।
मुरैना पुलिस ने इस घटना को चुनौती के रूप में लिया। इस गिरोह के सम्पर्क में रहने वाले लगभग दो दर्जन लोगों को चिन्हित कर उन पर शिकंजा कसना शुरू किया। पुलिस दबाव के कारण कल्ली अपने हथियारों को ग्वालियर के भवरपुरा थाना क्षेत्र के खेतरा गांव में रखकर राजस्थान भाग गया था। वहां शरण न मिलने के कारण विगत दिवस कल्ली शनिश्चरा के जंगलों में वापस आ गया। पुलिस ने अपनी रणनीति के तहत इस गिरोह के दो सदस्य जितेन्द्र व उसके सहयोगी राजेश को तीन दिन पहले अपनी गिरफ्त में ले लिया था।
शनिवार को कल्ली के जंगल में होने की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल के साथ अधिकारियों ने सुबह से सर्चिंग शुरू की और डकैत कल्ली सहित गिरोह के तीनों सदस्यों को अपने घेरे में ले लिया। बताया जाता है कि इस घेरे से निकलने के लिये कल्ली ने भागने की कोशिश की जिसमें वह घायल हो गया। पुलिस ने कल्ली के पास से 315 बोर की बंदूक व 11 जिंदा राउण्ड तथा उसके भाई बंटी के पास से 315 बोर का कट्टा व चार जिंदा राउण्ड बरामद किये। इन दोनों के साथ बहनोई गिर्राज को भी पुलिस ने पकड़ा है। डकैत कल्ली पर मुरैना-शिवपुरी पुलिस ने 40 हजार तथा भाई बंटी पर 10 हजार, बहनोई गिर्राज पर 10 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने गिरोह की फायर पॉवर तथा भाई जितेन्द्र को अपने कब्जे में लिया। उसके बाद से कल्ली जान बचाने के प्रयास में जुट गया। कल्ली ने अपने सहयोगियों व नेताओं के साथ-साथ खबर नबीसों पर भी गुहार लगाई। पुलिस कल्ली के संरक्षणदाताओं को भी छोडऩे के विचार में दिखाई नहीं दे रही है।