– प्रतिमा पर अपने हाथ से पानी डालकर की सफाई
– नगर निगम की अनदेखी की शिकार है शहर में लगी महापुरूषों की प्रतिमाएं
बुरहानपुर, 7 मई (हि.स.)। पहली बार किसी जनप्रतिनिधि को राष्ट्रगान के रचयिता रवींद्रनाथ टैगोर की याद आई। अवसर था 7 मई को उनके जन्मदिवस का। इस दौरान पूर्व निगम अध्यक्ष व हाल ही में गुजराती समाज के अध्यक्ष बनाए गए मनोज तारवाला शनिवार सुबह करीब 11.30 बजे शनवारा पहुंचे। यहां सालों पहले नगर निगम की ओर से कवि, उपन्यासकार, नाटककार, चित्रकार और दार्शनिक रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा स्थापित की गई थी, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। पहली बार जनप्रतिनिधि और एक समाज अध्यक्ष के बतौर मनोज तारवाला अपने कुछ साथियों के साथ यहां पहुंचे और पहले पानी से प्रतिमा को धोया तो वहीं कपड़े साफ भी किया।
गौरतलब है कि 7 मई को रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती थी, लेकिन यह जयंती न कभी कोई मनाता है और न ही कभी नगर निगम द्वारा इसकी साफ सफाई कराई जाती है। पहली बार किसी जनप्रतिनिधि ने यहां पहुंचकर यह पहल की।
शहर में लगी हर महापुरूष की प्रतिमा की अनदेखी
सालों से उनकी रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा बुरहानपुर के शनवारा चौराहे पर लगी है, लेकिन कभी किसी ने इसकी सुध नहीं ली। इसी तरह शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भी महापुरूषों की प्रतिमा तो लगाई जाती है, लेकिन कभी उसकी सुध नहीं ली जाती। कुछ साल पहले नगर निगम की ओर से हर दिन प्रतिमाओं पर माल्यार्पण की एक पहल की गई थी, लेकिन वह भी कुछ दिन चली और बाद में बंद हो गई। इसके बाद किसी ने भी महापुरूषों की प्रतिमा की तरफ पलटकर नहीं देखा।
राष्ट्र गान के रचयिता हैं टैगोर
रवींद्रनाथ टैगोर राष्ट्र गान के रचयिता हैं। शहर के प्रमुख चौराहा शनवारा पर उनकी प्रतिमा तो लगी है, लेकिन इसकी देखरेख और साफ सफाई नहीं हो पाती। पहली बार गुजराती समाज अध्यक्ष ने यहां पहुंचकर सफाई की। इस दौरान सतीश देशमुख, हीरालाल बड़ग़ुर्जर, अशोक कुरील, राजा जंगाले, शिव गोविंदजीवाला, राहुल मराठा, विकास दुबे, विवेक श्रीमाली आदि मौजूद थे।
राजनीतिक कद बढ़ाने की कवायद
बताया जा रहा है कि पूर्व निगम अध्यक्ष मनोज तारवाला इन दिनों अपनी राजनीतिक कद बढाने के लिए अचानक सक्रिय हो गए हैं। वह सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के साथ भी देखे जा रहे हैं। एक साल बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मनोज तारवाला की सक्रियता को चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
भाऊ फाउंडेशन ने दी श्रद्धांजलि
शनवारा स्थित गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा पर भाऊ फाउंडेशन सदस्यो द्वारा उपस्थित होकर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बालाजी उत्सव समिती अध्यक्ष आशिष भगत एवं पेंशनर्स जिला एसोशिएशन अध्यक्ष अताउल्ला खान उपस्थित थे। मौके पर संजय चौधरी, अजय राठौर, धर्मेन्द्र सोनी, और साथी उपस्थित थे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यो ने विश्व कवि के पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। संस्था जिलाध्यक्ष राजेश भगत ने अपने वक्तव्य में कहा कि टैगोर दुनिया के अकेले ऐसे कवि हैं, जिनकी दो कृतियां, दो देशों की राष्ट्रगान बनीं। भारत का राष्ट्रगान “जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता’ और बांग्लादेश का “आमार सोनार बांग्ला’।