हरिद्वार, 05 मई (हि.स.)। डीपीएस दौलतपुर में गुरुवार को कमल सहगल और श्वेता सहगल के संयोजन में सेमिनार हुआ। सेमिनार में मोटीवेशनल स्पीकर और आइआइटी रुड़की के प्रोफेसर डॉ. नवनीत अरोड़ा ने बच्चों को सफलता के गुरुमंत्र दिए। इस अवसर पर उन्होेंने बच्चों को जीवन में कर्म करने रहने के लिए प्रेरित किया।
प्रो. अरोड़ा ने कहा कि हमें शब्दों को सोच-विचार कर ही बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अच्छे शब्द, चरित्र तथा कर्म ही व्यक्तित्व की पहचान हैं। डॉ. नवनीत ने कर्म पर के महत्व को प्रतिपादित करते हुए बोली गयी बात का अनुसरण करने को कहा। कहा कि कोई भी बोली गयी बात का स्वयं अनुसरण कर ही दूसरों को प्रेरित किया जा सकता है। डॉ. नवनीत ने बच्चों को सफलता के लिए कर्म करने को कहा। उन्होंने कहा कि जीवन कोई दौड़ नहीं है, इसका कोई उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने उद्देश्यहीन जीवन को निरर्थक बताया।
इसके बाद उन्होंने बच्चाें से संवाद किया तथा उनके सवालों के जवाब दिए। अंत में प्रधानाचार्य श्रीमती पूनम श्रीवास्तव ने डॉ अरोड़ा का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन स्कूल की ही अंग्रेजी शिक्षिका सुखविंदर कौर ने किया।
इस अवसर पर कमल सहगल, श्वेता सहगल, मनमोहन थपलियाल, राजेंद्र नौटियाल, हर्ष सहदेव आदि मौजूद रहे।