मंदसौर 7 मार्च (हि.स.)। मंदसौर कृषि उपज मंडी में सोमवार को गेहूं की उपज लेकर आए किसानों ने नीलामी प्रक्रिया से नाराज होकर मंडी के बाहर हाईवे पर जाम लगा दिया। किसानों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए नवीन नीलामी प्रक्रिया को बंद करने की मांग की।
कृषि उपज मंडी में किसानों का आक्रोश एक बार फिर फूट पड़ा। मामला था नीलामी में बड़े और संपन्न किसानों को पहली प्राथमिकता देना। यह आक्रोश मंडी के बाहर आया और राजमार्ग पर किसानों ने चक्काजाम किया। जिससे वाहनों की कतार लग गई। इसके बाद पुलिस भी पहुंची। मंडी के अधिकारियों ने किसानों ने बात की।
सोमवार को कृषि उपज मंडी के बाहर किसान राजमार्ग पर चक्काजाम करते हुए सडकों पर बैठ गए। किसानों ने यहां जमकर नारेबाजी थी। किसानों का आरोप था कि ट्रैक्टर में भरकर आई उपज की बोली लगाई जा रही है। जबकि छपरे में रखी उनकी फसलों की नीलाम नहीं की जा रही। नीलाम करने के लिए मना किया जा रहा है। किसानों का आरोप था कि यहां पर पैसे वालों को प्राथमिकता देकर उनकी उपज नीलाम की जा रही है। जबकि कम उपज होने के कारण ट्रैक्टर में फसल वह नहीं ला सकते। कई किसान हैं जो छपरे में उपज रखकर नीलामी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उनकी उपज को नीलाम नहीं किया जा रहा। किसानों के चक्काजाम से वाहनों की कतार मार्ग पर लग गई। इसके बाद मंडी अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों से बात की। किसान सभी की उपज समान रूप से नीलामी करवाने की मांग पर अड़े हुए थे। किसानों के चक्काजाम और हंगामे के बाद तहसीलदार मुकेश सोनी मौके पर पहुंचे और किसानों की समस्या को सुना इसके बाद तहसीलदार ने तुरंत नीलामी शुरू करने के निर्देश दिए।
यह हुआ है बदलाव
मंदसौर मंडी प्रशासन ने बीते दिनों गेहूं की नीलामी व्यवस्था में बदलाव करते हुए 5 बोरी से अधिक गेहूं को ट्रैक्टर ट्रॉली में नीलाम करने का निर्णय लिया था। मंडी प्रशासन द्वारा गेहूं नीलामी के लिए नवीन व्यवस्था आज से ही लागू की गई थी, लेकिन सोमवार को ही किसानों ने इस प्रक्रिया से नाराजगी जताते हुए नई प्रक्रिया को नकार दिया।
यह कहना है किसानों का
किसानों का कहना है कि वे सुबह से उपज लेकर मंडी में नीलामी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन गेहूं की मात्रा कम होने और उसे ट्रॉली में नहीं होने के कारण गेहूं की नीलामी नहीं की जा रही है। किसानों का कहना है कि हर किसान इतना समृद्ध नहीं है कि वह ट्रैक्टर लेकर मंडी में गेहूं बेचने आए। किसान किराए से भी ट्रैक्टर लेकर आए तो उसका किराया भी दो से तीन हजार रुपए होता है।