प्रतापगढ़, 07 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के सफल संचालन को लेकर अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक जिलाधिकारी डॉ नितिन बंसल की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय सभागार में सोमवार को शाम हुई। नोडल अधिकारी ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम सम्पादित करने हेतु कोई ठोस कार्ययोजना न प्रस्तुत किये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। नोडल अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुये निर्देशित किया कि बैठक बुलाने के पूर्व कार्यक्रम के संचालन के सम्बन्ध में कोई तैयारी नहीं की गयी है, मात्र खानापूर्ति का प्रयास किया जा रहा है।
बैठक में नोडल अधिकारी डाॅ आरपी गिरि ने बताया कि 11, 12 मार्च को अभियान कृमि मुक्ति दिवस और 14 से 19 मार्च के मध्य इसका मॉपअप राउण्ड किया जाना है। इसके अन्तर्गत 1 से 5 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों एवं 6 से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले सभी बालक-बालिकायें, ईंट भट्ठों पर कार्य करने वाले श्रमिक एवं घुमन्तू लाभार्थियों को आंगनबाड़ी केन्द्र पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री के माध्यम से कृमि नाशक दवा एल्बेंण्डाजॉल पिलायी जानी है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कार्यक्रम के सफल संचालन के लिये शिक्षा विभाग एवं बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है।किन्तु उनके जिला स्तरीय अधिकारी अनुपस्थित है। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी के अनुपस्थित रहने के कारण नाराजगी व्यक्त की तथा उनसे स्पष्टीकरण प्राप्त करने निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से जिला अस्पताल की अव्यवस्था एवं शिकायतों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की, शिकायतों के सम्बन्ध में उनके द्वारा समय से सुधार न लाने पर नाराजगी व्यक्त की और चेतावनी निर्गत करने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ अरविन्द श्रीवास्तव, जिला सूचना अधिकारी विजय कुमार, डीपीएम राजशेखर सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।