कानपुर, 05 मार्च (हि.स.)। कानपुर जनपद समेत पूरे उत्तर प्रदेश के ईंट भट्ठा मालिक 8 मार्च को जन्तर-मन्तर नई दिल्ली में अपनी प्रतिनिधि संस्था अखिल भारतीय ईंट व टाइल निर्माता महासंघ के आवाहन पर उत्तर प्रदेश ईंट निर्माता समिति के नेतृत्व में भट्ठा उद्योग की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए धरना देंगे। यह जानकारी आज कानपुर प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपी श्रीवास्तव ने दी।
उन्होंने कहा कि हम अपनी परेशानी स्थानीय सरकार को कई बार ज्ञापन देकर व वार्ताओं के माध्यम से अवगत कराते चले आये हैं। बावजूद इसके आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। मजबूरन अब हमें अपनी बात कहने के लिये धरना प्रर्दशन का सहारा लेना पड़ रहा है। जिसमें कानपुर नगर के समस्त भट्ठा स्वामी अपने उद्योग हित में समस्याओं के निवारण के लिए जन्तर-मन्तर पर विरोध प्रदर्शन के लिए 7 मार्च को दिल्ली जायेंगे, जहां 8 मार्च को धरना प्रदर्शन करेंगे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि इसके साथ हम अपनी समस्या को सरकार द्वारा जी0एस0टी0 के स्लैब में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी, जिसमें जी०एस०टी० काउंसिल की 45वीं बैठक में भट्ठों में निर्मित लाल ईंटों पर कर दर में बिना आईटीसी क्लेम किए 01 प्रतिशत से बढ़ाकर 06 प्रतिशत तथा आईटीसी क्लेम करने पर कर दर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किए जाने का प्रस्ताव 01 अप्रैल, 2022 से पारित किया गया है। भट्ठे की ईंटों पर दो प्रकार के अव्यवहारिक एवं अनुचित कर दर वृद्धि प्रस्ताव को वापस लिया जाए।
दूसरी मांग ईंट पकाने के लिए कोयला है। आज कोयले के रेटो में अप्रत्याशित वृद्धि से भट्ठों को चला पाना बहुत कठिन हो गया है। ईंट पकाने के लिए भट्ठे का मुख्य कच्चा माल कोयला है जिसके खुले बाजर में रेटो में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी हुई। सरकार हमें सस्ता और अच्छा कोयला उपलब्ध करायें। कोयले की कालाबाजारी बन्द हो।