हरिद्वार, 4 मार्च (हि.स.)। प्रखंड मायापुर में मातृशक्ति एवं दुर्गावाहिनी के विश्व हिंदू परिषद द्वारा संचालित बाल संस्कार एवं प्रौढ़ शिक्षा केन्द्र का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद की प्रांत उपाध्यक्ष संध्या कौशिक ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद का उद्देश्य बाल संस्कार के माध्यम से बालकों को भोजन, वस्त्र एवं आवास प्रदान करना, बच्चे के लिए स्वास्थ्यवर्धक वातावरण प्रदान करना है। साथ ही उन साधनों की व्यवस्था करना जो शारीरिक विकास के लिये आवश्यक हैं। बच्चे को खेलों से परिचित कराना एवं प्रशिक्षित करना, स्वास्थ्यकर आदतें विकसित करना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को ऐसे वातावरण में शिक्षा देना, जिसमें कोई डर, धमकी या बच्चे के साथ कोई दुराचरण न हो। संगठन बाल संस्कार केंद्र के माध्यम से बच्चों को प्रेम से पढ़ना, लिखना सिखाने के साथ सामाजिक दक्षता एवं संस्कार नैतिक एवं आध्यात्मिक विकास करना है।
प्रांत संयोजिका मातृशक्ति विश्व हिंदू परिषद नीता कपूर ने बाल संस्कार केंद्र के शुभारंभ पर संस्कार शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि मूलतः संस्कार का अभिप्राय उन धार्मिक कृत्यों से था, जो किसी व्यक्ति को अपने समुदाय का पूर्ण रूप से योग्य सदस्य बनाने के उद्देश्य से उसके शरीर, मन और मस्तिष्क को पवित्र करने के लिए किए जाते थे, किन्तु हिंदू संस्कारों का उद्देश्य व्यक्ति में अभीष्ट गुणों को जन्म देना भी था। प्राचीन भारत में संस्कारों का मनुष्य के जीवन में विशेष महत्व था। संस्कारों से मनुष्य अपनी सहज प्रवृतियों का पूर्ण विकास करके अपना और समाज दोनों का कल्याण करता है। यह संस्कार इस जीवन में ही मनुष्य को पवित्र नहीं करते थे, उसके पारलौकिक जीवन को भी पवित्र बनाते थे।
प्रौढ़ शिक्षा पर उत्तराखंड प्रांत संयोजिका दुर्गावाहिनी नीलम त्रिपाठी ने कहा कि प्रौढ़ शिक्षा का उद्देश्य उन प्रौढ़ व्यक्तियों को शैक्षिक विकल्प देना है, जिन्होंने यह अवसर गंवा दिया है और औपचारिक शिक्षा आयु को पार कर चुके हैं, लेकिन अब वे साक्षरता, आधारभूत शिक्षा, व्घ्यावसायिक शिक्षा और इसी तरह की अन्य शिक्षा सहित किसी तरह के ज्ञान की आवश्यकता का अनुभव करते हैं।
विश्व हिंदू परिषद के बाल संस्कार और प्रौढ़ शिक्षा केंद्र के शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर कमलेश विभाग संयोजिका मातृशक्ति, माया कपूर जिला सत्संग प्रमुख दुर्गावाहिनी, मुकेश सिंह प्रांत टोली सदस्य धर्म प्रसार, पूजा सिंह प्रमुख बाल संस्कार केन्द्र दुर्गावाहिनी के साथ अनेक महिलाएं उपस्थित रही।