गाजियाबाद : प्रशासन का दोहरा रवैया, 40 साल से उपेक्षित है इस्लाम नगर क्षेत्र

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गाजियाबाद :- एक ओर जहां जिला प्रशासन एवं नगर निगम लगातार दावे और वादे कर रहा है कि गाजियाबाद स्मार्ट सिटी की रेस में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर शहर के बीचो-बीच इस्लामनगर नाम का एक ऐसा क्षेत्र भी है जहां गंदगी और अन्य समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। क्षेत्रवासियों ने मुखर होकर एक स्वर में जिला प्रशासन एवं नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

इस संबंध में समाजवादी मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष आशु अब्बासी ने कहा कि गाजियाबाद जिला बने हुए 40 वर्ष हो गए। इस बीच कई सरकारें आई और चली गई लेकिन इस्लाम नगर क्षेत्र पूरी तरह पर उपेक्षा का शिकार रहा। शहर में कविनगर, राजनगर, गांधीनगर जैसे पॉश एरिया हैं। जहां लगातार विकास कार्य होते हैं। लेकिन लगभग ढाई लाख की आबादी वाले इस्लाम नगर क्षेत्र में समस्याओं का इतना बड़ा अंबार है कि उनको दूर करना अब नगर निगम और जिला प्रशासन के बस की बात नजर नहीं आती। इसके इसके लिए मुख्यमंत्री कोच से विशेष पैकेज जारी किया जाना चाहिए ताकि क्षेत्र में सीवर,गंदे पानी की निकासी, कूड़े का निस्तारण, जर्जर हो चुकी सड़कें एवं विद्युत लाइन को पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त किया जा सके।

वही इस मौके पर सपा नेता एवं पूर्व डिप्टी मेयर आदिल मलिक ने कहा कि मौजूदा सरकार हर मुद्दे पर फेल हो चुकी है। नगर निगम एवं जिला प्रशासन सिर्फ भेदभाव के आधार पर ही काम करता है। जहां लगातार उन क्षेत्रों में विकास किया जा रहा है जो कि पहले से ही स्टाइलिश और स्टेबलिश हैं। पॉश इलाकों में लगातार सड़कों की मरम्मत और उनका पुनर्निर्माण किया जा रहा है जबकि इस्लाम नगर क्षेत्र की सड़कें पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद अल्पसंख्यक आबादी होने के चलते इस्लाम नगर क्षेत्र से भेदभाव किया जाता रहा है।

गौरतलब है कि अल्पसंख्यक क्षेत्र इस्लामनगर में बरसात के दिनों में हालात बेहद दयनीय हो जाते हैं। क्षेत्र में 3 पार्षद हैं लेकिन किसी तरह का कोई विकास कार्य क्षेत्र में देखने को नहीं मिलता है।