बुलेट ट्रेन को चलाने वाला ढांचा कर लिया तैयार

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देश की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट का काम काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. कोरोना की वजह से दिक्कतों का सामना जरूर करना पड़ा, लेकिन अब इस प्रोजेक्ट की महत्वपूर्ण कड़ी पूरी कर ली गई है. बताया गया है कि बुलेट ट्रेन को चलाने वाला ढांचा अब तैयार कर लिया गया है. इस बारे में नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड ने विस्तार से बताया है.

बुलेट ट्रेन का बड़ा काम पूरा

उनकी तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि गुजरात के वापी में बुलेट ट्रेन चलाने के लिए ढांचा तैयार कर लिया गया है. वहीं इस प्रोजेक्ट में जिन स्तंभों का निमार्ण किया जा रहा है, उनकी ऊंचाई 13 मीटर से भी ज्यादा बताई जा रही है. आसान शब्दों में एक स्तंभ किसी चार मंजिला इमारत के बराबर होने जा रहा है. ऐसे में ये कार्य काफी चुनौतीपूर्ण बताया जा रहा है, लेकिन नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड को पूरी उम्मीद है कि उनकी टीम इसे भी समय रहते पूरा कर लेगी.

कोरोना काल में भी चलता रहा काम

अब इतना विश्वास भी इसलिए दिखाया जा रहा है क्योंकि कोरोना काल में बुलेट ट्रेन के काम पर भी असर पड़ा था. मजदूर कम हो गए थे और बाद में बारिश ने तमाम तरह की बाधाएं उत्पन कर दीं. लेकिन उस मुश्किल समय में भी लगातार काम को जारी रखा गया जिसका नतीजा ये रहा कि अब बुलेट ट्रेन को चलाने वाला ढांचा तैयार कर लिया गया है. अभी के लिए कहा जा रहा है कि 2023 तक इस परियोजना को पूरा किया जाएगा.

महाराष्ट्र ने कैसे खड़ी कर दी चुनौती?

बता दें कि देश की ये पहली बुलेट ट्रेन 12 स्टेशनों पर रुकने वाली है और महाराष्ट्र, दादरा, नागर हवेली और गुजरात से होते हुए गुजरेगी. अभी के लिए गुजरात में तो बुलेट ट्रेन पर काम फुल स्पीड में चल रहा है, लेकिन महाराष्ट्र में अभी भी स्थिति उत्साह बढ़ाने वाली नहीं है. वहां अभी तक जमीन अधिग्रहण का काम भी पूरा नहीं किया गया है. ऐसे में जब तक महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण नहीं हो जाता, इस परियोजना का बीच मंझधार में फंसना तय कहा जा रहा है. वैसे देश के नए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आते ही रेल के हर उस प्रोजेक्ट पर अपनी प्राथमिकता दी है जिन्हें सरकार द्वारा उनके मेगा प्लान का हिस्सा बताया गया है. उसी लिस्ट में मुबंई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना भी शामिल है.