झारखंड से एक गैंग हुआ गिरफ्तार,नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे फंडा

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झारखंड़ के गढ़वा में फेसबुक और सोशल साइट पर मजबूर बेरोजगारों को नौकरी देने का प्रलोभन देकर अपराध के दलदल में फंसाने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया गया है. इस गिरोह का भंडाफोड़ तब हुआ, जब सड़क पर लूटपाट करने वाले अपराधियों की पुलिस ने गिरफ्तारी की.

गिरफ्तार आरोपियों में से एक ने पुलिस को बताया कि कैसे 12 हजार रुपये प्रति महीने देने का प्रलोभन देकर मजबूर लोगों को गढ़वा बुलाया गया, फिर उन्हें जुर्म की दुनिया में धकेल दिया गया. दरअसल कांडी-मोखापी मुख्य मार्ग पर 30 मई को अज्ञात अपराधियों ने पिस्टल की नोक पर एक शख्स से लूटपाट की थी.

घटना की शिकायत पीड़ित शख्स ने कांडी थाना में दर्ज कराई. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस अधीक्षक के कहने पर एसडीपीओ अवध कुमार यादव के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. अपराधियों के खिलाफ जब सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ तब, घटना में संलिप्त 4 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी बिहार और झारखंड के अलग-अलग जिलों से थे, जो मिलकर ऐसे वारदात को अंजाम देते थे.

सोशल मीडिया पर नौकरी का देते थे झांसा

पुलिस के मुताबिक गैंग के मुख्य सरगना का नाम दीपक कुमार पासवान है. यह शख्स बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सेटिंग करता, फिर उन्हें जुर्म की दुनिया में धकेल देता था. सोशल मीडिया पर विज्ञापन देखकर अतुल प्रकाश राय ने दीपक से संपर्क किया.

दीपक ने उसे 12 हजार रुपये प्रति महीने का प्रलोभन दिया और अपने गांव बासडीह बुला लिया, जिसके बाद एक योजना के तहत दीपक कुमार पासवान ने अतुल प्रकाश को एक नई मोटरसाइकिल और देसी कट्टा दे दिया.

पुलिस के मुताबिक उसने अतुल से कहा कि एक लूट की वारदात को अंजाम देना है. आरोपी कांडी मोखापी सड़क पर पहुंचा, इसके बाद लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए अन्य सहयोगियों का साथ मिला. अपराधियों ने बाइक और मोबाइल फोन छीन लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट का माल बरामद कर लिया है. दीपक पासवान पर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लगभग एक दर्जन मामले दर्ज हैं.