बाराबंकी : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जिस ससुर के पिता का दर्जा दिया जाता है, उसी ने अपनी बेटी समान बहू को रुपये के लालच में आकर 80 हजार में बेच दिया. बेटे को जब इस बात की जानकारी मिली, तो उसके होश उड़ गए. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
ये पूरा मामला बाराबंकी के रामनगर तहसील में मल्लापुर गांव का मामला है. यहां के रहने वाले चंद्रराम वर्मा के बेटे प्रिंस की शादी 2019 में असम की रहने वाली लड़की के साथ हुआ था.
प्रिंस की लव मैरिज थी, वह ऑनलाइन ऐप के माध्यम से इस लड़की से पहली बार मिला था. शादी के बाद दोनों खुशहाल जीवन बिता रहे थे. बताया गया है कि प्रिंस अपनी पत्नी के साथ गाजियाबाद में रहने के लिए चला गया, यहां पर वह टैक्सी चलाने का काम करता था.
पैसों के लालच में अंधे ससुर चंद्रराम ने अपने बेटे प्रिंस की पत्नी को 80 हज़ार में बेचने की साजिश रच डाली. उसने प्रिंस की पत्नी को 4 जून को घर बुला लिया और उधर साजिश के तहत रामू गौतम ने गुजरात के युवक साहिल और उनके परिजनों को बाराबंकी बुला लिया, जिसके बाद पूरा सौदा तय हो गया.
उधर जब प्रिंस को अपने जीजा से इस बारे में जानकारी मिली, तो वह पांच जून को घर वापस आ गया. घर पर न तो पत्नी थी और नाहीं उसके पिता का कोई अता पता था, जिसके बाद उसने पिता के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज करा दी.
एडिशनल एसपी अवधेश सिंह के निर्देश पर हरकत में आई महिला थाना प्रभारी शकुंतला उपाध्याय ने पुलिस टीम के साथ रेलवे स्टेशन के बाहर से महिला को बरामद कर शादी करने आए युवक सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
महिला को उसके ससुर ने यह कहकर आरोपितों के साथ भेजा था कि वह लोग उसे गाजियाबाद में पति प्रिंस के पास छोड़ देंगे. एएसपी अवधेश सिंह ने बताया कि मामला मानव तस्करी का है. इसमें फरार चंद्रराम व रामू गौतम की तलाश की जा रही है. जल्द ही उनकी गिरफ़्तारी की जाएगी.