गाजियाबाद। राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ निर्देशक प्रशासन चिकित्सक एवं स्वास्थ्य को पूर्व में पत्र लिखकर अवगत कराया था कि महानिदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं के अंतर्गत अपर निर्देशक एवं संयुक्त निदेशक के कई पद हैं। जिस पर विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात हैं और प्रशासनिक कार्य का विशेष अनुभव ना होते हुए भी फाइल वर्क करते हैं। अतुल गर्ग ने यह भी संज्ञान में लाया कि कई डाक्टर तथा कुछ सीएमओ भी वहां से हटकर जनपदों में मरीज देखने हेतु स्वेच्छा से जाना चाहते हैं। इन विशेषज्ञ डॉक्टरों को जहां विशेषज्ञ न हो मरीज देखने हेतु ऐच्छिक जनपदों में तैनात किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉक्टरों को सिर्फ मरीजो के इलाज के कार्य में तैनाती के निर्देश दिए हैं। साथ ही सरकारी अस्पतालों के प्रशासनिक व प्रबंधन के कार्यों में एमबीए करने वाले युवाओं को लगाने का निर्देश दिया है। कोरोना संक्रमण व प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि स्वास्थ्य विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग के अलग-अलग अस्पतालों एवम कार्यालयों सहित जहां भी डॉक्टरों की तैनाती प्रशासनिक व प्रबंधकीय कार्यों में की गई है उन्हें तत्काल कार्यमुक्त किया जाए। उन सभी को चिकित्सकीय कार्यों में लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रबंधन के कार्यों के लिए आवश्यकता अनुसार एमबीए उपाधिधारक युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए।